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चुनाव तारीख: 19 अप्रैल 2024
नवादा जिला दक्षिण बिहार का एक खूबसूरत शहर है। यह अनेक ऐतिहासिक धरोहरों को समेटे हुए है। खुरी नदी के उत्तर में जो आबादी बसी है, उसे प्राचीन काल में'नव आबाद' कहा गया। यही बाद में अपभ्रंश के रूप में नवादा के रूप में जाना जाने लगा। नवादा 1845 में गया जिला का सबडिविजन था। नवादा को एलियट मार्केट बाजार के नाम से भी जाना जाता था। 26 जनवरी 1973 को मगध प्रमंडल के गया जिले से अलग होकर नवादा एक स्वतंत्र जिला बना। खुरी नदी और एनएच- 31 इस जिले की जीवनरेखा हैं। नवादा के उत्तर में नालंदा, दक्षिण में झारखंड का कोडरमा जिला, पूर्व में शेखपुरा व जमुई और पश्चिम में गया स्थित है। नवादा में नवादा सदर व रजौली दोअनुमंडल हैं। इस जिले में 14 प्रखंड हैं। नवादा संसदीय सीट के दायरे में छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें नवादा जिले की पांच विस सीटें नवादा, हिसुआ, वारिसलीगंज, गोविंदपुर व रजौली, जबकि शेखपुरा जिले का बरबीघा विस क्षेत्र शामिल हैं। विधानसभा सीटें, विकास और मुद्दे यह बिहार के पिछड़े जिलों में शुमार है। 75 फीसद आबादी कृषि पर निर्भर है। सिंचाई संसाधनों का घोर अभाव है। नवादा भी नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी जिले की हालत अच्छी नहीं है। हाल के वर्षों में गांवों तक बिजली जरूर पहुंच गई है। रेल व्यवस्था पहले की तुलना में बेहतर हुई है। सिंचाई की बेहतर सुविधा, वारिसलीगंज का बंद चीनी मिल,अपर सकरी जलाशय परियोजना, ककोलत जलप्रपात सौंदर्यीकरण, हिसुआ व वारिसलीगंज को अनुमंडल का दर्जा, जिले में पीजी स्तर तक की पढ़ाई की व्यवस्था, जिले में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना यहां के प्रमुख मुद्दे हैं। डेमोग्राफी और घटनाएं नवादा संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 1892017 है। यहां की साक्षरता दर 59.76 फीसद है। 1996 के बाद से यहांभाजपा का वर्चस्व है। 1952 से अब तक आठ बार कांग्रेस, चार बार भाजपा, दो बार सीपीआईएम, एक बार राजद व एक बार निर्दलीय का कब्जा रहा है। 2009 के पूर्व तक यह सीट सुरक्षित थी। 1996 से 2014 तक हुए चार लोकसभा चुनावों में हर बार भाजपा के उम्मीदवार ही विजयी हुए हैं। फिलहाल केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह यहां के सांसद हैं। यहांनक्सली गतिविधियां रही हैं, जिनके विरुद्ध समय-समय पर ऑपरेशन चलाए जाते रहे हैं। 2015 में अतिवृष्टि के चलते खुरी नदी में बाढ़ आई थी। इससे कुछ गांव प्रभावित हुए थे। 2017 में नवादा में रामनवमी पूजा के दौरान धार्मिक पोस्टर फाड़े जाने की घटना के बाद शहर में तनाव हुआ था। इसी साल आठ मार्च को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में सिरदला के जंगल में चार नक्सलियों को ढेर किया गया। नवादा की खास बातें नवादा बिहार का महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। यह क्षेत्र बिहार के दक्षिणी हिस्से में है। प्रकृति की गोद में बसा यह जिला अपने खूबसूरत पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है। प्राचीन समय में यह शक्तिशाली मगध साम्राज्य का अंग रहा है। इस जगह पर वृहद्रथ, मौर्य, गुप्त एवं कण्व शासकों ने शासन किया है। यह क्षेत्र महा भारत कालीन राजा जरासंध के शासन का हिस्सा था। बोधगया एवं पारसनाथ से निकटता के चलते यह क्षेत्र बौद्ध भिक्षुओं एवं जैन मुनियों की तपस्या स्थली रहा है। ककोलत जलप्रपात, प्रजातंत्र द्वार, नारद संग्रहालय, सेखोदेवरा और गुनियाजी तीर्थ आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। इस क्षेत्र की सीमा झारखंड के कोडरमा जिले से जुड़ती है।