फेज: 5
चुनाव तारीख: 20 मई 2024
मुजफ्फरपुर संसदीय सीट परंपरागत तौर पर कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है। हालांकि, समाजवादी और साम्यवादी विचारधारा भी बहती रही। देश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभानेवाले कांग्रेस नेताओं के अलावा समाजवादी विचारधारा के कई नेता मुजफ्फरपुर संसदीय सीट से चुने जाते रहे। अब तक 17 लोकसभा चुनावों में यहां से सर्वाधिक बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की। जनता दल और जनता दल यूनाइटेड दूसरे नंबर पर रहे। जनता पार्टी और भाजपा को दो-दो बार तो राजद को एक बार सफलता मिली। ललितेश्वर प्रसाद सिंह, दिग्विजय नारायण सिंह, श्यामनंदन मिश्रा, जॉर्ज फर्नांडिस, कैप्टन जयनारायण प्रसाद निषाद, उषा सिंह केंद्रीय राजनीति में बड़े नाम रहे। फिलहाल, अजय निषाद भाजपा सांसद हैं।मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल छह विधानसभा क्षेत्र हैं। ये हैं : मुजफ्फरपुर नगर, कुढऩी, सकरा, बोचहां, गायघाट और औराई। डेमोग्राफी और बड़ी घटनाएं मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 17 लाख 11 हजार 892 मतदाता हैं। हाल में जारी मतदाता सूची में जिले में वोटरों की संख्या 31 लाख 23 हजार 114 है। इस वर्ष होनेवाले लोकसभा चुनाव में पहली बार जिले के 18 हजार से अधिक युवा वोटर वोट डाल सकेंगे। नवरुणा हत्याकांड, बेला मांस प्रकरण, बालिका गृह यौन कांड और पूर्व मेयर समीर हत्याकांड बड़ी घटनाएं रहीं। इनमें नवरुणा हत्याकांड और बालिका गृह यौन हिंसा की तो सीबीआइ जांच चल रही। विकास का हाल मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र के विकास को दो स्तरों पर देखा जा सकता। सामुदायिक भवन, स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स के लिए साइलेंट जेनरेटर, सार्वजनिक जगहों पर पीने का पानी और शौचालय, पीसीसी सड़क, मिट्टी भराई और ईंट सोलिंग आदि स्थानीय तौर पर विकास की रूपरेखा है। इसके अलावा मझौली-कटरा होते हुए सीतामढ़ी तक बनने वाली एनएच 527-सी की स्वीकृति, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में सुपर स्पेशियलिटी वार्ड का निर्माण, वहीं टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल की यूनिट खोलने की पहल आदि राष्ट्रीय स्तर पर विकास के कार्य हुए हैं। स्थानीय मुद्दे इस चुनाव में विकास कार्य ही मायने रखते दिख रहे हैं। शहरी क्षेत्रों के लोगों में जलजमाव, प्रदूषण, अपराध और पताही हवाई अड्डे का विकास जेहन में है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में पुल-पुलिया, प्रखंड से संपर्क पथ, सिंचाई आदि मुद्दे हावी रहेंगे। गर्मी में एईएस एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम आदि का भी प्रकोप होता है। मुज़फ्फरपुर की खास बातें मुज़फ्फरपुर बिहार का महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। यह लोकसभा क्षेत्र बिहार के उत्तरी छोर पर है। जिला मुख्यालय होने के चलते यह बेहद महत्वपूर्ण शहर है। यहां की लीची विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसका विदेशों में भी आयात होता है। इसके अलावा भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी यहां की लीची पसंद करते हैं। यह क्षेत्र सूती वस्त्र उद्योग, लोहे की चूड़ियों, शहद तथा आम, मगही पान और कतरनी धान के उम्दा उत्पादन के लिये मशहूर है। मुजफ्फरपुर थर्मल पावर प्लांट देशभर के सबसे महत्वपूर्ण बिजली उत्पादन केंद्रों में से एक है। यहां के प्रमुख शैक्षिक संस्थानों में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, लंगट सिंह महाविद्यालय, रामेश्वर सिंह महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हैं।