फेज: 7
चुनाव तारीख: 1 जून 2024
कभी पटना जिले का सबडिविजन रहा नालंदा आज 20 प्रखंडों का जिला है। पहले जिले के हरनौत व चंडी विधानसभा क्षेत्र बाढ़ लोकसभा क्षेत्र के हिस्से थे। परिसीमन के बाद चंडी विधानसभा क्षेत्र विलोपित कर पूरा जिला नालंदा लोकसभा क्षेत्र के दायरे में आ गया। यहां 1971 के चुनाव तक कांग्रेस का कब्जा था। केंद्र में मंत्री और बाद में राज्यपाल बने सिद्धश्वर प्रसाद कांग्रेस के आखिरी सांसद थे। इसके बाद स्थिति बदली। 1996 से आज तक समता पार्टी या जदयू का कब्जा है। पहले जॉर्ज फर्नांडिस और बाद में नीतीश कुमार के नाम से ही वोटों का ध्रुवीकरण होता आ रहा है। वर्तमान में जदयू के कौशलेंद्र कुमार यहां से सांसद हैं। जिले की पहचान प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय से है। इसे हेरिटेज का दर्जा हासिल है। यहीं भगवान महावीर की निर्वाण भूमि पावापुरी है। यहां बौद्ध धर्म के प्रमुख ग्रंथ त्रिपिटक की रचना हुई थी। भगवान बुद्ध ने प्रवास के दौरान राजगीर में उपदेश दिया था। नालंदा में कुल सात विधानसभा क्षेत्र हैं- नालंदा, हरनौत, राजगीर, अस्थावां, इस्लामपुर, बिहारशरीफ और हिलसा। डेमोग्राफी कुल मतदाता : 21, 02, 410 पुरुष : 11, 14, 006 महिला : 9, 88, 325 थर्ड जेंडर : 79 बड़ी घटनाएं - नालंदा के सांसद रहे पूर्व रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडिस का 29 जनवरी 2019 को निधन हो गया। - नालंदा के काकोबीघा गांव में राजद नेता इंदल पासवान की हत्या के बाद भीड़ ने 3 जनवरी 2019 को दो लोगों को पीटकर मार डाला। विकास का हाल - हर घर में बिजली और टोलों तक पक्की सड़क पहुंच चुकी है। आयुध फैक्ट्री, हरनौत में रेल कोच फैक्ट्री, राजगीर में सीआरपीएफ ट्रेनिंग कैंप, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, पांडु पोखर पार्क का निर्माण, घोड़ा कटोरा में झील के बीच 70 फीट ऊंची बुद्ध प्रतिमा की स्थापना हो चुकी। - राजगीर में 1400 करोड़ की लागत से इंटरनेशनल स्टेडियम और स्पोर्ट्स अकादमी का निर्माण हो रहा है। वहीं जू सफारी, ग्रीन सफारी और बर्ड सेंचुरी का निर्माण हो रहा है। नालंदा अंतरराष्ट्रीय विवि का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। स्थानीय मुद्दे सिंचाई के साधनों की कमी, पर्यटकों के लिए सुविधाओं का अभाव और ट्रैफिक व्यवस्था की ठोस कार्ययोजना की मांग प्रमुख मुद्दे हैं। नालंदा की खात बातें नालंदा बिहार के 40 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं। नालंदा अपने प्राचीन इतिहास के लिये विश्वप्रसिद्ध है। यहां विश्व कि सबसे प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष आज भी हैं।बुद्ध और महावीर से जुड़े कई घटनाक्रम यहां की धरोहर हैं। यहां पर्यटक विश्वभविद्यालय के अवशेष, संग्रहालय, नव नालंदा महाविहार तथा ह्वेनसांग मेमोरियल हॉल देखने आते हैं। भगवान बुद्ध ने सम्राट अशोक को यहां उपदेश दिया था। इस क्षेत्र में कई गर्म पानी के झरने हैं। यहां चीन का मन्दिर, जापान का मन्दिर और यहां की जामा मस्जिद प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।