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चुनाव तारीख: 1 जून 2024
तथागत गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में कुशीनगर वैश्विक मानचित्र पर प्रमुखता से अंकित है। यह क्षेत्र बुद्ध और गुप्तकाल के कई प्राचीन धरोहरों को भी समेटे हुए है। मान्यता है कि यह क्षेत्र भगवान श्रीराम के पुत्र कुश की राजधानी था और तब इसका नाम कुशावती था। इस सीट पर पहली बार 2009 में आम चुनाव हुए जिनमे कांग्रेस के रंजीत प्रताप नारायण ने जीत दर्ज की। साल 2014 में यहां पर भारतीय जनता पार्टी विजयी हुई और राजेश पाण्डेय सांसद बने। इसके बाद 2019 में भाजपा के विजय दुबे सांसद चुने गए। इस क्षेत्र में देवरिया जनपद के हिस्से भी आते हैं। विधानसभा और मुद्दे कुशीनगर जिले की कुल आबादी 35,64,544 लाख है। इसमें खड्डा, हाटा, पडरौना, रामकोला और कुशीनगर विधानसभा शामिल है। स्थानीय मुद़दों में गन्ना किसानों की बदहाली, मूलभूत संसाधनों की कमी प्रमुख है। वहीं विकास की धीमी गति, शिक्षा और बेरोजगारी भी मुद्दे हैं। कुशीनगर की खास बातें कुशीनगर, उत्तर प्रदेश का लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। यह बौद्ध तीर्थस्थल है जहां गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। यहां अनेक बौद्ध मन्दिर हैं। इसी वजह से यह एक अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल भी है जहां विश्व भर के बौद्ध तीर्थयात्री भ्रमण के लिए आते हैं। यहां बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बुद्ध इण्टरमडिएट कॉलेज प्रमुख हैं। यहां के लोग ज्यादातर भोजपुरी बोलते हैं। निर्वाण स्तूप, महानिर्वाण मंदिर, माधाकुंवर मंदिर, रामाभर स्तूप, बौद्ध संग्रहालय यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। दिल्ली से कुशनीगर की दूरी 876 किलोमीटर है।