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चुनाव तारीख: 26 अप्रैल 2024
शिवनाथ नदी तट पर स्थित राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र वन और खनिज संसाधनों के अलावा कृषि आधारित है। यहां पहले बंगाल-नागपुर कॉटन मिल्स के रूप में राज्य का इकलौता सूती वस्त्र उद्योग था। गणेशोत्सव और हॉकी के कई नामी खिलाड़ी देने वाले शहर को संस्कारधानी के रूप में भी पहचान मिली है। एशिया का पहला और एकमात्र संगीत विश्वविद्यालय इंदिरा कला एवं संगीत विवि के नाम से खैरागढ़ की पूरी दुनिया में विशेष पहचान है। अविभाजित मध्यप्रदेश के समय मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश के राज्यपाल रहे मोतीलाल वोरा भी इस क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। स्वतंत्रता संग्राम में राजनांदगांव जिले के सेनानियों का बड़ा योगदान रहा है। जिले के छुईखदान में पहली गोलीबारी में छत्तीसगढ़ में पहली बार किसी की शहादत हुई थी, जिसके कारण छुईखदान को शहीद नगरी कहा जाता है। जिले में एक नगर निगम, दो नगर पालिका परिषद, पांच नगर पंचायत, नौ ब्लॉक मुख्यालय है। डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। वहीं पर बौद्ध धर्म के अलावा जैन धर्म का भी बड़ा धार्मिक स्थल भी है। कुल जनसंख्या करीब 23 लाख, आदिवासी और लोधी समाज बहुल, दोनों क्रमश: 35 और 30 फीसद हैं। आठ विधानसभाएं राजनांदगांव जिला पहले दुर्ग जिले का हिस्सा हुआ करता था। 26 जनवरी 1973 को अलग होकर राजनांदगांव जिला अस्तित्व में आया। तब इसमें कवर्धा भी शामिल था, जो अब पृथक जिला बन गया है। राजनांदगांव लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल आठ सीटें आती हैं। इनमें खैरागढ़, डोंगरगढ़ अनुसूचित जाति, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला-मानपुर अनुसूचित जनजाति, कवर्धा और पंडरिया शामिल हैं। वर्तमान में आठ विधानसभा सीटों में से छह पर कांग्रेस और एक-एक सीट पर भाजपा-जोगी कांग्रेस का कब्जा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन राजनांदगांव सीट से विधायक हैं। राजनांदगांव की खास बातें राजनांदगांव लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र छत्तीसगढ़ का महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्र है। 1952 में देश के लिए हुए पहले लोकसभा निर्वाचन के दौरान यह संसदीय क्षेत्र नहीं था, लेकिन बाद में 1957 के चुनावों में इसे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र बनाया गया। प्राचीन काल में इस क्षेत्र को नंदग्राम के नाम से जाना जाता था। इस क्षेत्र पर सोमवंशियों, कलचुरियों और मराठों का लंबे समय तक शासन रहा। यहां का मनगटा पर्यावरण पार्क में चीतल, जंगली सूअर, मोर, लकड़बग्घा, खरगोश, जंगली बिल्ली जैसे जीवों को संरक्षित किया गया है। इसी क्षेत्र का खारा रिजर्व वन प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है।