टीपू सुल्तान की 'राम नाम' वाली अंगूठी नीलाम
अठारहवीं सदी में मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान से संबंधित एक अद्वितीय रामनामी अंगूठी 1.45 लाख पाउंड (करीब 1.43 करोड़ रुपये) में बिकी है।
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Publish Date: Sat, 24 May 2014 12:06:32 PM (IST)
Updated Date: Sat, 24 May 2014 12:29:02 PM (IST)
लंदन। अठारहवीं सदी में मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान से संबंधित एक अद्वितीय रामनामी अंगूठी 1.45 लाख पाउंड (करीब 1.43 करोड़ रुपये) में बिकी है। इसकी बोली नीलामी में अनुमानित कीमत से दस गुना अधिक लगाई गई। मुस्लिम शासक की हिंदू आराध्य देव वाली इस सोने की अंगूठी को इतिहासकार बेशकीमती मानते हैं।
माना जाता है कि उनकी मौत के बाद एक ब्रिटिश जनरल ने ये अंगूठी उनके शव से निकाल ली थी। नीलामी घर क्रिस्टी ने बताया कि सोने की अंगूठी का वजन 41.2 ग्राम है। यह एक आात बोलीकर्ता को बेची गई है। इसकी नीलामी मध्य लंदन में हेरिटेज समूहों की आलोचना के बीच की गई है।
बीबीसी न्यूज के अनुसार, इस रत्नजड़ित अंगूठी पर देवनागरी लिपि में हिंदू भगवान राम का नाम खुदा हुआ है। बताया जाता है कि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना के खिलाफ 1799 में श्रीरंगापत्तनम युद्ध की समाप्ति पर ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना के हाथों मारे गए थे। इस लड़ाई के अंत में टीपू सुल्तान के मृत शरीर से कथित तौर पर अंगूठी निकाली गई थी।
उल्लेखनीय है कि टाइगर आफ मैसूर के नाम से मशहूर टीपू सुल्तान ने अपने पिता हैदर अली के बाद मैसूर पर 17 साल शासन किया था। नीलामी में उल्लेख किया गया कि आश्चर्य की बात है कि एक अंगूठी जिस पर हिंदू देवता का नाम अंकित है उसे एक महान मुस्लिम योद्धा पहनता था।
इस नीलामी का भारत के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज के प्रोफेसर एस सेट्टर और टीपू सुल्तान यूनाइटेड फ्रंट ने विरोध किया था और सरकार से अंगूठी को बिकने से बचाने की मांग की गई थी। उन्होंने कहा कि अगर अंगूठी की नीलामी नहीं रोकी जा सकती है तो भारतीय अमीरों को देश की इस धरोहर को खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। वैसे पता नहीं चल सका है कि अंगूठी का नया मालिक भारतीय है या नहीं।