ह्यूस्टन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ह्यूस्टन में होने वाले इवेंट हाउडी मोदी को लेकर हर कोई उत्साहित है और पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है। इस इवेंट में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद रहेंगे। 3 घंटे तक चलने वाले इस कार्यक्रम में मोदी 50 हजार से ज्यादा भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों को संबोधित करेंगे। भारतीय समयानुसार, एनआरजी स्टेडियम में करीब 7.30 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू होंगे, जो 8.30 बजे तक चलेंगे। करीब 400 कलाकार सांस्कृतिक कार्यकम प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम का समापन रात 10.30 बजे होगा।
सवाल यह है कि इसे आप कैसे देख सकते हैं। तो बताते चलें कि हाउडी मोदी कार्यक्रम का प्रसारण विभिन्न चैनलों पर लाइव होगा। इसके अलावा यदि आप घर के बाहर हैं, तो आप मोदी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल के साथ ही अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी इसे देख सकते हैं। कार्यक्रम की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 21 अगस्त तक 72 हजार लोगों की क्षमता वाले स्टेडियम में आने के लिए 50 हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका था। मगर, 29 अगस्त तक स्पेशल अलॉटमेंट के तहत यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स इनरोल करते रहे। करीब 20 हजार लोगों को टिकट दिए जाने से मना कर दिया गया है क्योंकि स्टेडियम में इससे ज्यादा जगह नहीं है।
तैयारी ऐसी भव्य है
ह्यूस्टन शहर में पीएम नरेंद्र मोदी के सम्मान में आयोजित "हाउडी मोदी" कार्यक्रम के लिए पूरी तरह तैयार है। हर जगह बड़े-बड़े बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं। शायद यह पहला मौका होगा, जब किसी विदेशी मेहमान के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में अमेरिका का कोई राष्ट्रपति भाग ले रहा है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एक हजार से अधिक स्वयंसेवक और 650 कम्युनिटी ऑर्गेनाइजेशन्स मिलकर काम कर रहे हैं। कार्यक्रम के प्रमोशन के लिए पीएम मोदी ने लोगों से कहा है कि वे अतीत में उनके साथ हुई मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करें। मोदी की वेबसाइट के अनुसार, हजारों लोगों ने अपनी यादों को साझा किया है।
ह्यूस्टन को इसलिए चुना गया
माना जा रहा है कि व्यापार की प्राथमिकताओं को देखते हुए ही ह्यूस्टन को इवेंट के लिए चुना गया है। मोदी कैबिनेट के कई मंत्री संकेत दे चुके हैं कि मोदी की यात्रा के प्रमुख एजेंडे में मजबूत व्यापार संबंध शीर्ष पर होंगे। ब्राजील, चीन और मैक्सिको के बाद ह्यूस्ट का चौथा सबसे बड़े ट्रेडिंग पार्टनर भारत ही है। साल 2009 में ह्यूस्टन और भारत के बीच करीब 4.8 अरब डॉलर का सालाना व्यापार होता था, जो साल 2018 में करीब 7.2 अरब डालर का था। यहां एक लाख से ज्यादा भारतीय मूल के लोग रहते हैं।
क्या खास है इस इवेंट में
सितंबर 2015 में मोदी ने सैन जोस में एक विशाल रैली को संबोधित किया था। अमेरिका में उनकी दूसरी रैली में करीब 19,000 लोगों ने भाग लिया। इस बार भीड़ दोगुनी से भी अधिक है। बताया जा रहा है कि यह न केवल उत्तरी अमेरिका में एक भारतीय प्रधानमंत्री की अब तक की सबसे बड़ी रैली है, बल्कि पोप फ्रांसिस के अलावा अमेरिका में एक विदेशी गणमान्य व्यक्ति के लिए होने वाला सबसे बड़ा आयोजन है। खास बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस रैली में शिरकत कर रहे हैं और उन्होंने कोई बड़ी घोषणा करने की बात कही है। यह पहली बार होगा कि देशों के दो प्रमुख वाशिंगटन डीसी या न्यूयॉर्क के बाहर अमेरिका में मिलेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था- यह संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर जोर देने, दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि करने और अपनी ऊर्जा और व्यापार संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करने का एक शानदार मौका होगा।