बर्फ में दफन हैं 300 से ज्यादा पर्वतारोही
भूकंप के कारण हिमस्खल में जान गंवाने वाले 300 से ज्यादा पर्वतारोही अब भी लांगतांग में बर्फ के नीचे दफन हैं।
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Publish Date: Thu, 07 May 2015 07:25:16 PM (IST)
Updated Date: Thu, 07 May 2015 07:27:42 PM (IST)
काठमांडू। नेपाल में पिछले महीने आए विनाशकारी भूकंप के कारण हिमस्खल में जान गंवाने वाले 300 से ज्यादा पर्वतारोही अब भी लांगतांग में बर्फ के नीचे दफन हैं। इनमें से 110 विदेशी हैं। सहायक जिला प्रशासक गौतम रिमाल ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहाड़ की ढलानों पर शरीर के हिस्से बिखरे पड़े हैं।
बचाव दल ने बुधवार को इस इलाके से छह शव बरामद किए थे। इससे पहले शनिवार और रविवार को भी इस इलाके से करीब 100 शव बरामद किए गए थे। उस समय रिमाल ने करीब 120 और लोगों के बर्फ में दबे होने की आशंका जताई थी।
ट्रेकिंग गांव के नाम से मशहूर
राजधानी काठमांडू से 60 किमी उत्तर में एक घाटी के बीचोंबीच स्थित लांगतांग ट्रेकिंग गांव के नाम से मशहूर था। लेकिन, 25 अप्रैल को आए भूकंप में विदेशी पर्वतारोहियों के बीच लोकप्रिय यह गांव पूरी तरह तबाह हो चुका है। गांव के 55 होटल और गेस्ट हाउस में अब एक भी नहीं बचा है। यह साफ नहीं है कि भूकंप और हिमस्खलन के वक्त गांव में कितने लोग मौजूद थे।
260 अब भी लापता
नेपाल सरकार ने भूकंप में 7759 लोगों की मौत और 16 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। वहीं, नेपाल रेडक्रॉस सोसायटी ने गुरुवार को बताया कि 8,413 लोगों की मौत हो चुकी है और 17,576 घायल हुए हैं। संगठन के अनुसार 260 लोग अब भी लापता हैं।