आईएस ने इराक में तीन हजार साल पुराना मंदिर तोड़ा
धरती पर मौजूद प्राचीनतम पुरातत्व एवं सांस्कृतिक धरोहरों में से एक, बेबीलोन सभ्यता काल के मंदिर को आईएस आतंकियों ने ध्वस्त कर दिया है।
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Publish Date: Thu, 09 Jun 2016 07:12:42 PM (IST)
Updated Date: Thu, 09 Jun 2016 07:14:08 PM (IST)
बगदाद। धरती पर मौजूद प्राचीनतम पुरातत्व एवं सांस्कृतिक धरोहरों में से एक, बेबीलोन सभ्यता काल के मंदिर को आईएस आतंकियों ने ध्वस्त कर दिया है। बुद्धिमत्ता के देवता का यह मंदिर तीन हजार साल पुराना था। यह मंदिर इराक के असीरियन शहर के नजदीक निमरुद में था। संयुक्त राष्ट्र ने इस बर्बादी की पुष्टि की है। उपग्रह से प्राप्त चित्रों से पता चला है कि मंदिर के मुख्य द्वार को भारी नुकसान पहुंचा है।
आईएस आतंकियों ने मंदिर को ध्वस्त किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया साइट पर पोस्ट किया है। वीडियो से पता नहीं चलता कि वारदात को किस दिन अंजाम दिया गया। वीडियो में दिखाया जा रहा है कि बुलडोजर से आतंकी मंदिर के मुख्य द्वार को ध्वस्त कर रहे हैं। वीडियो में नकाब पहने व्यक्ति यह कहते हुए दिखाया गया है कि यह कार्रवाई मुस्लिमों को उनकी धार्मिक विचारधारा की ओर लौटाने की नीयत से की गई है। इससे पहले भी आतंकियों और इस्लामी कट्टरपंथियों ने इराक की पुरातात्विक संपदा को भारी नुकसान पहुंचाया था।
आत्मघाती हमलों में 27 मारे गए
इराक की राजधानी बगदाद के बाहरी इलाके में हुए आत्मघाती हमलों में 27 लोगों की मौत हुई है और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। पहला हमला शिया बहुल इलाके के व्यावसायिक इलाके में हुआ, जहां 15 लोग मारे गए और 35 घायल हुए। जबकि दूसरे हमले में विस्फोटकों से भरी कार सेना के चेकपोस्ट से टकरा दी गई। यहां पर 12 लोग मारे गए, जिनमें सात नागरिक और पांच सेना के जवान हैं। दोनों हमलों की जिम्मेदारी आईएस ने ली है।