पाक के परमाणु कार्यक्रम के जनक ने बताया, मुझे कैदी बनाकर रखा गया
पाकिस्तान परमाणु कार्यक्रम के जनक अब्दुल कादिर ने आरोप लगाया है कि वहां कि सरकार ने उन्हें जेल में रखा।
By Ajay Kumar Barve
Edited By: Ajay Kumar Barve
Publish Date: Sat, 16 May 2020 09:10:25 AM (IST)
Updated Date: Sat, 16 May 2020 09:10:25 AM (IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान अक्सर भारत को परमाणु हमलों की धमकी देता रहता है। आतंक के सरपरस्त पाकिस्तान से ना केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को खतरा है। लेकिन इसके अकाओं से सुरक्षित तो वहां के लोग भी नहीं है। पाक जिन परमाणु बमों की धमकी देता है उसी परमाणु कार्यक्रम के जनक अब्दुल कादिर खान पर जुल्म कर रहा है। पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक कादिर ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर कहा है कि उन्हें सरकारी एजेंसियों द्वारा कैदी बनाकर रखा गया है और अपने मामले की वकालत करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने अपने इस आरोप से सनसनी मचा दी है।
पाकिस्तान में व्यापक रूप से परमाणु हथियार कार्यक्रम के वास्तुकार के रूप में जाने जाने वाले खान ने 1998 में पहले परमाणु बम का परीक्षण किया था। वैश्विक परमाणु प्रसार में अपनी भूमिका स्वीकार करने के बाद उन्हें आधिकारिक पद से बर्खास्त कर दिया गया था। लेकिन, तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने उन्हें क्षमादान दे दिया था।
वह तब से इस्लामाबाद के निकट कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में एकांत जीवन बिता रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि वह सुरक्षा कारणों से पहरे में हैं। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को सौंपे अपने हस्तलिखित नोट में खान ने कहा कि मुझे एक कैदी की तरह रखा जा रहा है। मेरी कोई स्वतंत्र आवाजाही नहीं है और किसी से मुझे मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। खान पर ईरान, लीबिया और उत्तर कोरिया की खातिर परमाणु बमों के लिए समृद्ध यूरेनियम बनाने और हार्डवेयर और सामग्री की आपूर्ति करने का भी आरोप है।