डिजिटल डेस्क, इंदौर। ईरान ने एक अक्टूबर को बैलेस्टिक मिसाइल से इजरायल हमला किया था। इसके बाद यहूदी देश ने कहा था वह इस हमले का सही समय पर करारा जवाब देगा। इसके बाद रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने बुधवार को कहा कि ईरान पर उनका हमला बहुत घातक और चौंकाने वाला होगा। इधर, ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने यहूदी सैनिकों पर रॉकेट दागे हैं।
हिजबुल्लाह के आतंकवादियों ने बुधवार को लेबनान के सीमावर्ती गांव लबौनेह के पास इजरायली सैनिकों को रॉकेट से निशाना बनाया। समूह ने कहा कि एक दिन पहले इजरायल ने कहा था कि उसने हिजबुल्लाह के मारे गए नेता के दो उत्तराधिकारियों को मार दिया है।
ईरान समर्थित आतंकी समूह पिछले एक साल से इजरायल पर रॉकेट हमले कर रहा है। अब वह जमीनी संघर्ष में इजरायल के सैनिकों से भी लड़ने उतर चुका है। हिजबुल्ला का दावा है कि उसने इजरायल के सैनिकों को पीछे धकेल दिया है।
लेबनान में तनाव बढ़ने और गाजा में इजरायल और हमास के बीच एक साल से चल रहे युद्ध ने व्यापक पश्चिम एशिया संघर्ष की आशंकाओं को बढ़ा दिया है। माना जा रहा है कि अब ईरान और इजरायल के महाशक्ति सहयोगी अमेरिका को भी यह युद्ध अपने घेरे में ले सकता है।
इजरायली सेना ने कहा कि मंगलवार और बुधवार को दक्षिणी लेबनान में लड़ाई के दौरान उसके तीन सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए। बुधवार की सुबह उत्तरी इजरायल में सायरन बजने लगे। जब इजरायल ने रात भर बेरूत के दक्षिणी उपनगरों, हिजबुल्लाह के गढ़ पर बमबारी फिर से शुरू की।
इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने बुधवार को कहा कि ईरान के हालिया बैलिस्टिक मिसाइल हमले के लिए उनके देश की प्रतिक्रिया बहुत घातक और चौंकाने वाली होगी। गैलेंट ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा हमला घातक, सटीक और सबसे बढ़कर आश्चर्यजनक होगा।
वे (ईरानी) समझ नहीं पाएंगे कि क्या हुआ और कैसे हुआ। वे इसका अंजाम देखेंगे। जो कोई भी हम पर हमला करेगा, उसे नुकसान होगा और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।
बताते चलें कि इजरायल ने 1 अक्टूबर को ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के लिए कठोर प्रतिक्रिया देने की कसम खाई है। हालांकि, ईरान ने मिसाइल हमले के बाद कहा था कि यह लेबनानी समूह हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की हत्या की प्रतिक्रिया थी।
यहूदी देश अपनी प्रतिक्रिया के पैमाने और तीव्रता पर फैसला करने के लिए अपने मुख्य समर्थक अमेरिका के साथ बातचीत कर रहा है। बुधवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन से टेलीफोन पर बात की।
इस दौरान ईरान के प्रति अपनी प्रतिक्रिया के बारे इजरायल ने चर्चा की। व्हाइट हाउस के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट तक बात हुई है।