एजेंसी, वॉशिंगटन (Donald Trump Attack)। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के मामले में नया खुलासा हुआ है। समाचार चैनल सीएनएन (CNN) ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इस साजिश के पीछे ईरान का हाथ हो सकता है। ईरान ने अपने सैन्य अधिकारी कासिम सुलेमानी (Qasem soleimani) की हत्या का बदला लेने की धमकी दी थी। इसके बाद से ट्रंप पर खतरा था। ट्रंप ने 2020 में सुलेमानी की हत्या का आदेश दिया था।
अमेरिकी खुफिया विभाग को भी इसकी जानकारी मिल गई थी और इसके बाद ट्रंप की सुरक्षा की बढ़ा दी गई थी। CNN का दावा है कि अमेरिका को अपने एक विश्वसनीय सूत्र से यह खुफिया सूचना मिली थी। सीएनएन के रिपोर्टर ने एक्स पर पोस्ट में इस संबंध में एक अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी का हवाला दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, खतरे के बारे में पता चलने पर बाइडन प्रशासन ने सीक्रेट सर्विस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया और उन्हें इसकी जानकारी दी। यह जानकारी ट्रंप की सुरक्षा टीम और उनके अभियान के प्रमुख एजेंट के साथ भी साझा की गई थी। इसके बाद एजेंसी ने ट्रंप की सुरक्षा बढ़ा दी थी।
(पेंसिल्वेनिया की रैली में हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप को ले जाते सुरक्षा अधिकारी)
पिछले कई वर्षों सालों से डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन में काम कर चुके अधिकारियों को ईरान से खतरे की आशंका रही है। ईरान ने कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने की धमकी की थी। जहां तक डोनाल्ड ट्रंप पर हालिया हमले के सवाल है, तो फिलहाल जांच में शूटर के साथ किसी घरेलू या विदेश साजिशकर्ता के संबंधों का पता नहीं चला है। जांच जारी है। - एड्रिएन वाटसन, प्रवक्ता, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद
वहीं, सीएनएन की रिपोर्ट पर ईरान की प्रतिक्रिया भी आई गई है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ साजिश का आरोप बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण है। हमारा मानना है कि ट्रंप अपराधी हैं, जिन पर ईरानी जनरल सुलेमानी की हत्या का मुकदमा चलाकर दंडित किया जाना चाहिए।