बांग्लादेश में सोमवार को अचानक राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला। सेना ने पीएम शेख हसीना को 45 मिनट का अल्टीमेटम देकर पद छोड़ने को कहा। 15 साल तक बांग्लादेश की सत्ता संभालने वाली शेख हसीना ने दोपहर करीब 2.30 बजे इस्तीफा दिया और देश छोड़कर शरण लेने भारत पहुंच गईं।
इस बीच हजारों की तादात में प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट की। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने देश की बागडोर अपने हाथ में लेने के साथ ही घोषणा कर दी कि अंतरिम सरकार बनाई जाएगी। इसके बाद दुनियाभर की मीडिया ने बांग्लादेश के घटनाक्रम को अपने-अपने नजरिये से कवर किया। आइए देखते हैं किसने इस घटनाक्रम को कैसे देखा…
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने 'हसीना का पतन' नाम से संपादकीय लिखा है। इसमें लिखा गया है कि अगर सेना ने सत्ता न संभाली होती, तो बांग्लादेश अस्थिरता की ओर बढ़ सकता था। हालांकि, इसके साथ ही यह भी लिखा गया है कि पाकिस्तान की तरह ही बांग्लादेश के लिए भी सैन्य शासन कोई नई बात नहीं है। मगर, इस हस्तक्षेप से लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ठेस पहुंची हैं।
वहीं, ट्रिब्यून एक्सप्रेस ने लिखा है कि ढाका में चीजें अभी स्पष्ट नहीं हैं। सत्ता से बेदखल हुई आवामी लीग अब कहीं नहीं है। जेल से रिहा हुई खालिदा जिया या उनकी पार्टी की ओर से भी कुछ नहीं कहा जा रहा है। शेख हसीना के पीएम पद छोड़ने और भारत जाने से अब सवाल ये हैं कि आगे क्या होगा?
बांग्लादेश के अखबार ढाका ट्रिब्यून ने अखबार की लीड प्रदर्शनकारियों की तस्वीर को बनाया है। प्रमुख खबर में शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफा देने और भारत जाने की बात को लिखा है। इसके अलावा राष्ट्रपति की तरफ से अंतरिम सरकार बनाने की मंजूरी की खबर को प्राथमिकता से लिया गया है।
द द डेली ऑब्जर्वर ने सेना प्रमुख के बयान के साथ लीड खबर लगाई है। इसमें कहा गया है कि जल्द ही अंतरिम सरकार बनाई जाएगी। हजारों लोगों के राजधानी में जश्न मनाने की खबर को महत्व दिया गया है। अखबार के पहले पेज पर देशभर में संघर्ष, 14 लोगों की मौत और 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की घटना को स्थान दिया है।
बांग्लादेश के एक और प्रमुख अखबार ने 'छात्रों और लोगों की जीत, हसीना का पतन' शीर्षक से खबर लगाई है। इसके साथ ही सेना प्रमुख के हवाले से अंतरिम सरकार बनाने की खबर को प्रमुखता से लिया गया है।
अमेरिकी अखबार 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने बांग्लादेश में हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद इमारत पर देश का झंडा लिए चढ़े प्रदर्शनकारियों की तस्वीर को लगाया है। इसके कैप्शन में सिर्फ इतना लिखा गया है- बांग्लादेश की नेता ने दिया इस्तीफा।
अमेरिकी अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने भी शेख हसीना के घर पर चढ़े प्रदर्शनकारियों की तस्वीर को महत्व दिया है। इसके कैप्शन में लिखा गया है- कई हफ्तों से देश प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच खूनी संघर्ष की चपेट में था।