एजेंसी, ढाका (Bangladesh Violence)। बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। इस बार छात्र संगठन प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। हिंसा में रविवार को करीब 98 लोगों की मौत हो गई।
भारत समेत कई देशों ने एडवाइजरी जारी कर अपने लोगों को बांग्लादेश नहीं जाने की सलाह दी है। ताजा हिंसा में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। कई स्थानों पर आगजनी की गई, जिससे भारी नुकसान हुआ है।
बांग्लादेश में पिछले महीने भी हिंसा भड़की थी। तब मुद्दा आरक्षण का था। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद मामला शांत हुआ था। सुप्रीम कोर्ट ने बांग्लादेश सरकार के उस फैसले को पलट दिया था, जिसमें 1971 मुक्ति संग्राम में शामिल होने वाले लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण का आदेश था।
आंदोलन के नाम पर हिंसा करने वाले आतंकवादी हैं। देशवासियों को उन्हें कुचल देना चाहिए। - शेख हसीना, प्रधानमंत्री
बांग्लादेश में रविवार को भड़की हिंसा के बाद भारत सरकार ने एक बार फिर अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी की। सरकार ने हिंसा की स्थिति को देखते हुए नागरिकों को बांग्लादेश की यात्रा पर न जाने की कड़ी सलाह दी है। साथ ही बांग्लादेश में रहने वाले भारतीयों को बहुत ज्यादा सतर्कता बरतने के लिए कहा है।