डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्विट्जरलैंड और जर्मनी की सीमा के पास जंगल में खास बक्से का इस्तेमाल कर 64 साल की एक अमेरिकी महिला ने आत्महत्या कर ली। जिस उपकरण में उसकी लाश मिली, उस विवादास्पद 'सरको' कैप्सूल को सुसाइड पॉड नाम दिया गया है। इस खबर के सामने आने के बाद सुसाइड पॉड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।
इससे सबसे पहले साल 2019 में पेश किया गया था। इस बक्से की खासियत यह है कि इसमें बैठने के बाद व्यक्ति अपनी मर्जी से एक बटन दबाता है। इसके बाद बॉक्स में भरी ऑक्सीजन गैस निकल जाती है और उसकी जगह नाइट्रोजन गैस भर जाती है, जिससे व्यक्ति को नींद आ जाएगी।
इसके बाद कुछ ही मिनटों में दम घुटने से पॉड के अंदर उसकी मौत हो जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान किसी डॉक्टर के मौजूद रहने की जरूरत नहीं होती है। लिहाजा, स्विटजरलैंड में अमेरिकी महिला की मौत के बाद मामला गर्मा गया है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद आनन-फानन में पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने और मदद करने के संदेह में कई लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि उन सभी के खिलाफ अब आपराधिक कार्यवाही की जाएगी।
इन गिरफ्तारियों में एक डच समाचार पत्र वोक्सक्रांट का फोटोग्राफर भी शामिल है। अखबार ने जानकारी दी है कि पुलिस ने उसके फोटोग्राफर को हिरासत में लिया है, जो सुसाइड पॉड के इस्तेमाल की तस्वीरें लेना चाहता था। बताते चलें कि स्विट्जरलैंड में इच्छामृत्यु पर प्रतिबंध है, लेकिन चिकित्सक की सहायता से जान देना कानूनी है।