Jupiter: बृहस्पति ग्रह का गोचर जन्मकालीन राशि से दूसरे, पांचवें, सातवें, नौवें और ग्यारहवें भाव में शुभ फल देता है।
बृहस्पति (Jupiter): वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को ‘गुरु’ कहा जाता है। यह धनु और मीन राशि का स्वामी होता है। वहीं 27 नक्षत्रों में बृहस्पति पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र का स्वामी होता है। कर्क इसकी उच्च राशि है जबकि मकर इसकी नीच राशि मानी जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति पर बृहस्पति ग्रह की कृपा बरसती है उस व्यक्ति के अंदर सात्विक गुणों का विकास होता है और व्यक्ति धर्म के मार्ग पर चलता है।