देश के हृदय मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बारे में कहा जाता है, एक बार जो यहां आता है यहीं का होकर रह जाता। पहाडियों पर बसा भोपाल शहर अपनी हरियाली के लिए जाना जाता है। इसे ताल तलैयो की नगरी भी कहा जाता है, यहां पर 18 छोटे बडे तालाब मौजूद है, इसके अलावा भोपाल की खूबसूरती को बढ़ाने और प्यास बुझाने वाले पांच बांध भी मौजूद है। यहीं कारण है कि यह शहर सभी को खास पंसद आता है। 2011 की जनगणना के अनुसार, भोपाल शहर (भोपाल नगर निगम के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र) की जनसंख्या 1,798,218 है, जिसमें 936,168 पुरुष और 862,050 महिलाएं हैं। 2011 में भोपाल महानगरीय क्षेत्र (भोपाल शहर से आगे तक फैला शहरी समूह) की जनसंख्या 1,886,100 थी। कुल प्रभावी साक्षरता दर (7+ वर्ष की आयु की जनसंख्या के लिए) 85.24% थी, जिसमें पुरुष और महिला साक्षरता क्रमशः 89.2% और 80.1% थी।[4]