Bharani: भरणी नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में दूसरा स्थान प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार भरणी नक्षत्र का स्वामी शुक्र ग्रह है। इस नक्षत्र के देवता यम और लिंग स्री है। इस नक्षत्र पर रोमांस के कारक ग्रह शुक्र और जोश एवं उत्साह के कारक ग्रह मंगल दोनों का ही प्रभाव पड़ता है। भरणी का अर्थ धारक होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, दक्ष प्रजापति की एक पुत्री थी जिसका नाम भरणी था। इनका विवाह चंद्रमा से हुआ था। उसी के नाम पर इन नक्षत्र का नाम रखा गया।