नई दिल्ली। यूके कोर्ट द्वारा जमानत की याचिका खारिज कर दिए जाने के बाद आर्थिक भगोड़ा घोषित किए गए शराब किंग विजय माल्या फिर सुर्खियों में है। माल्या क्रिकेट जगत में भी जाना पहचाना चेहरा है। आईपीएल में RCB के मालिक के तौर पर उसकी पहचान है। हालांकि ये सच नहीं है। RCB का मालिकाना हक यूनाइटेड स्प्रिट्स का है। यूनाईटेड स्प्रिट्स में शराब बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी डियाजिओ का काफी बड़ा शेयर है।
विजय माल्या की क्रिकेट में एंट्री आईपीएल के साथ हुई। कुछ समय पहले तक वह आईपीएल मैचों के दौरान अपनी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लगभग हर मैच में खुलेआम जाम छलकाते नजर आता था। RCB को लेकर क्रिकेट फैंस और आम लोग यही जानते हैं कि इस टीम का मालिकाना हक विजय माल्या का है। लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। विजय माल्या आईपीएल 10 तक RCB का मालिक था, लेकिन इसके बाद RCB का मालिकाना हक यूनाईटेड स्प्रिट्स का हो गया।
यूनाईटेड स्प्रिट्स है RCB की मालिक
RCB का मलिकाना हक यूनाईटेड स्प्रिट्स के पास है। RCB की वेबसाइट के मुताबिक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु आईपीएल की एक फ्रेंचाइजी है। इस टीम का मालिकाना हक बेंगलुरु स्थित यूनाईटेड स्प्रिट्स लिमटेड के पास है। विजय माल्या पहले इस कंपनी के चेयरमैन थे, लेकिन साल 2009 में उसने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। उस समय टीम के प्रभारी रसेल एडम्स ने आईपीएल संचालन परिषद में BCCI को मेल भेजकर इसकी जानकारी दे दी थी। दरअसल शराब बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी डियाजिओ ने यूनाइटेड स्पिट्स कंपनी में लगभग 472 करोड़ रुपये के 19 लाख से अधिक शेयर अधिग्रहित किए थे। बाद में डियाजिओ के कहने पर ही यूनाईटेड स्प्रिट्स कंपनी ने माल्या से चेयरमैन पद से इस्तीफा ले लिया था।
RCB, विराट और माल्या हो रहे ट्रोल