IPL 2025 Player Retention Updates: बीसीसीआई आज जारी कर सकता है रिटेंशन के नियम… जल्द होना है आईपीएल नीलामी
कितने खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दी जाए, इसको लेकर फ्रेंचाइज एक राय नहीं हैं। जिन टीमों का प्रदर्शन अच्छा नहीं है, वो 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति देने के खिलाफ है। वहीं अधिकांश टीमें चाहती हैं, उनके स्टार खिलाड़ी टीम में बने रहें।
By Arvind Dubey
Publish Date: Thu, 26 Sep 2024 01:22:03 PM (IST)
Updated Date: Thu, 26 Sep 2024 01:22:03 PM (IST)
5 खिलाड़ियों वाला फॉर्मूला तय होता है तो फ्रेंचाइजी के पास राइट टू मैच विकल्प उपलब्ध नहीं होगा। HighLights
- आईपीएल 2022 में 4 खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति थी
- हर 3 साल के बाद होता है मेगा ऑक्शन, अगले महीने संभावना
- इस बार 5 खिलाड़ियों को रिटने करने की अनुमति मिल सकती है
स्पोर्ट्स डेस्क, इंदौर (IPL 2025 Player Retention)। क्रिकेट फैंस को हर आईपीएल का बेसब्री से इंतजार रहता है। आईपीएल 2025 के लिए इसी साल खिलाड़ियों की नीलामी होना है। इससे पहले रिटेंशन और रिलीज (खिलाड़ियों को टीम में बनाए रखने या नीलामी के लिए रिलीज करने) को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
ताजा खबर यह है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) आज रिटेंशन को लेकर नियम स्पष्ट कर सकता है। बता दें, इस बार राइट टू मैच यानी आरटीएम का ऑप्शन नहीं होगा। ऐसे में बोर्ड 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दे सकता है।
रिटेंशन पॉलिसी से ही साफ होगा धोनी खेलेंगे या नहीं
- इस बार की रिटेंशन पॉलिसी पर इसलिए भी फैंस की नजर है, क्योंकि इसी से काफी हद तक तय होगा कि महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल 2025 में नजर आएंगे या नहीं?
- माही पिछले दिनों अमेरिका में थे और रांची लौट आए हैं। इसके साथ ही चेन्नई टीम के फैंस की धड़कनें बढ़ गई हैं। CSK धोनी को रिटेन करती है या नहीं?
- रिटेंशन के नियमों को लेकर पिछले दिनों बीसीसीआई और टीम मालिकों के बीच बैठक हुई थी। माना जा रहा है कि सभी 5 खिलाड़ियों वाले फार्मूले पर राजी हैं।
- 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति मिलने का मतलब होगा कि किसी भी टीम में कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा। इसका असर फ्रेंचाइजी के ब्रांड पर भी पड़ेगा।
क्या हुआ था पिछली नीलामी में
पिछली मेगा नीलामी में टीमों को केवल चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दी गई थी। इनमें से केवल तीन ही भारतीय हो सकते हैं, जिनके लिए कोई आरटीएम कार्ड स्वीकार्य नहीं था। इससे गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपरजायंट्स जैसी नई फ्रैंचाइजी को अपनी टीम बनाने के लिए खिलाड़ियों का एक बड़ा पूल मिला।