ढाका (एजेंसियां)। भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को ऐसे ही जुझारू खिलाड़ी नहीं माना जाता। मैदान में उनकी आक्रामकता के अलावा जीवन में कैंसर से लड़ने की उनकी जीवटता ने लोगों को बहुत बड़ा संदेश दिया।युवी की जीवटता अब बांग्लादेश के एक खिलाड़ी के लिए प्रेरणा का काम कर रही हैं। ये खिलाड़ी भी गंभीर बीमारी से जुझ रहा है।
युवराज को 2011 के वर्ल्ड कप के ठीक बाद कैंसर डिटेक्ट हुआ था। बावजूद इसके युवराज ने 2011 के वर्ल्ड कप में जबर्दस्त प्रदर्शन किया था और वे ही टीम इंडिया की खिताबी जीत के हीरो रहे थे। कैंसर की चपेट में आने के बाद उन्हें कुछ समय तक मैदान से दूर रहना पड़ा, लेकिन युवी ने हिम्मत नहीं हारी। वे न केवल कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़कर बाहर निकले बल्कि उन्होंने क्रिकेट में भी सफल वापसी की और पूरी दुनिया के लिए मिसाल बने।
युवराज सिंह अब बांग्लादेश के खिलाड़ी मुशर्रफ हुसैन के लिए प्रेरणा बनें हैं। मुशर्रफ ब्रेन ट्यूमर से जुझ रहे हैं। उनकी इस गंभीर बीमारी के बारे में इसी साल मार्च में खुलासा हुआ है। बाएं हाथ के स्पिनर मुशर्रफ के ग्लियोमा का इलाज चल रहा है। बता दें कि कि ग्लियोमा भी एक प्रकार का ब्रेन ट्यूमर है। इसकी शुरुआत दिमाग के ग्लियल कोशिकाओं से होती है। मुशर्रफ ने युवराज से ही प्रेरणा ली है और वे पूरी हिम्मत के साथ ठीक होकर मैदान पर वापसी करना चाहते हैं।
फिलहाल मुशर्रफ का इलाज शुरू हो गया है। उनके शुरुआती इलाज पर भी काफी खर्च हुआ। खर्च और अपनी आर्थिक स्थिति के बारे खुलासा करते हुए 37 वर्षीय मुशर्रफ ने बताया कि उनके पास करीब 70 से 80 लाख बांग्लादेशी रुपए थे जिससे उन्होंने अपना इलाज शुरू किया। लेकिन अब ये रुपए कम पड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें अस्पताल के बिल में करीब डेढ़ साल यूएस डॉलर चुकाने पड़े। मुशर्रफ ने बताया कि अभी तक उनका ऑपरेशन और एक कीमोथैरेपी हुईं हैं। लेकिन अभी इलाज पूरा नहीं हुआ है।
इस बांग्लादेशी क्रिकेटर ने ये भी बताया कि इलाज के लिए उसे अपना घर तक बेचना पड़ा है क्योंकि उन्हें अभी इलाज के लिए अभी और रूपयों की जरुरत है। उनकी अभी 3 कीमोथैरेपी होना बची है। जबकि एक में करीब 10 लाख का खर्च आता है। इसके अलावा भी मेडिकल से जुड़े कुछ अन्य खर्च हैं। कुल मिलाकर अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति को मुशर्रफ ने यहां बयां किया है।
उन्होंने ये भी कहा - मैं अभी क्रिकेट खेलना चाहता हूं। इसके लिए मैं राष्ट्रीय क्रिकेट लीग से शुरुआत करूंगा। मैंने भारत के युवराज सिंह को देखा है। उन्होंने क्रिकेट में सफल वापसी कर दुनिया को साबित किया हैं। मैं भी उनसे प्रेरणा ले रहा हूं। मुशर्रफ ने कहा कि वे भी युवराज की तरह ही जीवटता अपनाए हुए हैं और उम्मीद है कि जल्द ठीक होकर मैदान में वापसी करेंगे।
बता दें कि मुशर्रफ ने 2008 से 2016 के बीच बांग्लादेश के लिए 5 वनडे खेले हैं। इनमें उन्होंने 36.75 की औसत से 4 विकेट लिए। वहीं 112 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 29.03 की औसत से 392 विकेट लिए।