मुंबई। भारत के ओपनर Yashasvi Jaiswal ने कहा कि एस्ट्रो टर्फ पिचों पर प्रैक्टिस की वजह से वे U19 World Cup में दक्षिण अफ्रीका की उछाल वाली पिचों पर सफल हो पाए। Yashasvi Jaiswal ने पिछले दिनों हुए U19 World Cup में 6 मैचों में सबसे ज्यादा 400 रन बनाए थे। उन्हें फाइनल में टीम की हार के बावजूद प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।
Yashasvi Jaiswal ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ धमाकेदार नाबाद शतक लगाया था। प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड ज्वाला सर को समर्पित करने वाले यशस्वी जायसवाल ने कहा, 'ज्वाला सर ने मुझे कहा था कि मुझे प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड हासिल करना है। हमने बाउंसी (उछाल वाले) पिचों पर बहुत ज्यादा प्रैक्टिस की। हमने शॉर्ट पिच गेंदों को खेलने की बहुत ज्यादा प्रैक्टिस की जो वर्ल्ड कप में हमारे काम आई। द. अफ्रीकी पिचों की उछाल के मद्देनजर हमने एस्ट्रो टर्फ वाली पिचों पर अभ्यास किया और हमारी यह रणनीति काम कर गई।'
Yashasvi Jaiswal को भविष्य के स्टार के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, मैंने सीखा कि दबाव में किस तरह खेला जाता है। अलग-अलग देशों में खेलने का अच्छा अनुभव रहा क्योंकि वहां के विकेट भी अलग होते हैं। मैंने नेट्स के साथ ही मैचों में भी लंबी पारियां खेली। मैंने यह भी सीखा कि दबाव की स्थिति में कैसे खेला जाता है क्योंकि कई मैचों में दबाव था।
पांच फिफ्टी प्लस पारियों के रिकॉर्ड की बराबरी :
यशस्वी जायसवाल ने श्रीलंका के खिलाफ मैच में नाबाद 59 रन बनाए। उन्होंने जापान के खिलाफ नाबाद 29 और न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 57 रन बनाए। जायसवाल ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में 62 रन बनाए और फिर सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद शतक (105) लगाया। उन्होंने फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ 88 रन बनाए इसके बावजूद भारत को हार झेलनी पड़ी। उन्होंने पांच फिफ्टी प्लस पारियों के ऑस्ट्रेलिया के ब्रैट विलियम्स और भारत के सरफराज खान के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की थी।
दिव्यांश सक्सेना की सलाह काम आई :
जायसवाल ने पाकिस्तान के खिलाफ लगाए शतक को अपनी महत्वपूर्ण पारी बताया। सलामी बल्लेबाजों जायसवाल और दिव्यांश सक्सेना ने भारत को इस वर्ल्ड कप में अच्छी शुरुआत दिलाई। उन्होंने कहा, 'दादर यूनियन टीम के साथी दिव्यांश की मेरी सफलता में अहम भूमिका रहीं। मैंने जब भी जल्दबाजी की तो उस दौरान दिव्यांश ने मुझे समझाया कि अभी बहुत समय बाकी है और हम रन बना लेंगे। उनकी सलाह मेरे काम आई।
चीफ सिलेक्टर आशीष कपूर का शुक्रिया अदा किया :
मुंबई में अपने शुरुआती दिनों में पानी पतासे बेच चुके और टेंट में भी रहे यशस्वी ने जूनियर चीफ सिलेक्टर आशीष कपूर, सभी सिलेक्टर्स और कोचेस का शुक्रिया अदा किया। आशीष कपूर की वजह से ही यशस्वी को पारी की शुरुआत करने का मौका मिला।