मल्टीमीडिया डेस्क। 1979 में दूसरे क्रिकेट वर्ल्ड कप का आयोजन इंग्लैंड में किया गया और वेस्टइंडीज ने इस वर्ल्ड कप में खिताब पर कब्जा बरकरार रखा। कैरी पैकर वर्ल्ड सीरीज के कारण ऑस्ट्रेलिया की दूसरे दर्जे की टीम ने वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया और इसके चलते टीम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाई। इस सीरीज में गेंदबाज छाए रहे और बल्लेबाज रनों के लिए तरसते रहे। पूरे टूर्नामेंट में कोई भी टीम एक बार भी 300 का आंकड़ा छु नहीं पाई और पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ दो शतक लग पाए।
वेस्टइंडीज ने फाइनल में मेजबान इंग्लैंड को 92 रनों से हराकर खिताब पर कब्जा बरकरार रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 99 रनों पर 4 विकेट गंवा दिए थे, इसके बाद विवियन रिचर्ड्स ने पांचवें विकेट के लिए 138 रनों की साझेदारी कर स्कोर को मजबूती प्रदान की। किंग ने 10 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 86 रन बनाए। रिचर्ड्स 157 गेंदों में 11 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 138 रन बनाकर नाबाद रहे। वेस्टइंडीज ने 9 विकेट पर 286 रन बनाए। इसके जवाब में कप्तान माइक ब्रियरली (64) और ज्यॉफ बायकॉट (57) ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी कर इंग्लैंड को ठोस शुरुआत दिलाई। इन्होंने पहले विकेट के लिए 129 रन जोड़े। माइकल होल्डिंग ने इन दोनों बल्लेबाजों को आउट किया और इसके बाद विकेटों की पतझड़ लग गई। जोएल गार्नर (38 रनों पर 5 विकेट) और कोलिन क्रॉफ्ट (42 रनों पर 3 विकेट) के सामने इंग्लैंड की पारी 194 रनों पर सिमट गई।
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