Sawan Month: सावन का महीना भगवान शिव को इतना प्रिय क्यों, ये है कारण
Shiv Puja in Sawan Month आइए आपको बताते हैं कि आखिर शिवजी को सावन का महीना इतना प्रिय क्यों है -
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Thu, 23 Jun 2022 11:01:31 AM (IST)
Updated Date: Thu, 23 Jun 2022 11:01:31 AM (IST)
Shiv Puja in Sawan Month । हिंदू मान्यताओं के मुताबिक शिव भगवान को यदि प्रसन्न करना है तो सावन माह में पूरे विधि विधान के साथ उनकी पूजा जरूर करनी चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि सावन मास भगवान शिव का सबसे पसंदीदा माह है और इस दौरान यदि कोई श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ भोलेनाथ की आराधना करता है तो उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है, आइए आपको बताते हैं कि आखिर शिवजी को सावन का महीना इतना प्रिय क्यों है -
सावन मास में हुआ था शिव विवाह
पौराणिक मान्यता है कि राजा दक्ष के यज्ञ में आत्मदाह करने के बाद माता सती का दूसरा जन्म माता पार्वती के रूप में हुआ था। माता पार्वती ने शिवजी को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी और सावन माह में शिवजी ने माता पार्वती से विवाह किया था, इसलिए उन्हें यह माह प्रिय है। ब्रह्मा के पुत्र सनत कुमारों ने शिवजी से एक बार पूछा था कि आपको सावन मास क्यों प्रिय है, तब शिवजी ने उपरोक्त बात सनत कुमारों को बताई थी।
सावन मास इसलिए करते है भगवान शिव का जलाभिषेक
इसके अलावा यह भी मान्यता है कि जब देव और दैत्यों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था तो इस दौरान सबसे पहले विष निकला था और इसे शिवजी ने अपने गले में धारण कर लिया था। इसके कारण भगवान शिव का नाम नीलकंठ पड़ा। विष के कारण उनके शरीर का तापमान बढ़ने लगा तो देवताओं ने उन पर शीतल जल डालकर उस ताप को शांत किया। तभी से शिवजी को जल अति प्रिय लगने लगता है।
बारिश में डूब जाते हैं कई शिवलिंग
देश में कई शिव मंदिर ऐसे हैं, जहां बारिश के दौरान जलधारा सीधे शिवलिंग पर ही आकर गिरती है या बारिश के कारण शिवलिंग डूब जाते हैं। शिवलिंग के ऊपर एक कलश लटका रहता है, जिससे बूंद-बूंद जल शिवलिंग का अभिषेक करता है, जिसे जलाधारी कहते है। इसलिए भी सावन मास का विशेष महत्व है।
चंद्रमा व मां गंगा से भी सीधे संबंध
शिवजी के मस्तक पर सुशोभित चंद्रमा और गंगा मैया का संबंध भी सावन मास से है। दरअसल कैलाश पर्वत पर सभी स्थान पर बर्फ जमी रहती है और उसके पास मानसरोवर भी स्थित है। भगवान शिव को जल से काफी लगाव है। भगवान विष्णु तो जल में ही निवास करते हैं।
सावन माह में हर साल ससुराल आते है भगवान शिव
साथ ही ये भी धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव सावन मास में ही धरती पर अवतरित हुए थे। उसके बाद जब ससुराल गए तो उनका खूब धूमधाम से स्वागत किया गया। इस कारण से ऐसा माना जाता है कि हर वर्ष सावन माह में अपने ससुराल में आते हैं। इन्हीं कारणों के चलते भगवान शिव को सावन का महीना अत्यंत प्रिय है।