-मां चामुंडा दरबार भक्त मंडल द्वारा पंडित रामजीवन दुबे गुरुजी का 78वां जन्मदिन
भोपाल(नवदुनिया प्रतिनिधि)। पौष माह के कृष्ण पक्ष की सफला एकादशी सोमवार को मनेगी। सफला एकादशी पर बुध, शुक्र व शनि ग्रह मिलकर लक्ष्मीनारायण योग, बुधादित्य व त्रिग्रही योग बना रहा है। हिंदू धर्म में एकादशी की तिथि भगवान श्रीहरि को समर्पित की गई है। यही वजह है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन किए गए उपायों से व्यक्ति का सौभाग्य जागता है और उसके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि इस बार सफला एकादशी 19 दिसंबर, सोमवार को है। यह वर्ष 2022 की आखिरी एकादशी भी है। यदि इस दिन विधिवत भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा की जाए तो निश्चित रूप से सभी संकट दूर हो जाएंगे। सफला एकादशी की तिथि 19 दिसंबर की सुबह 3:32 बजे से शुरू होगी। तिथि का समापन 20 दिसंबर की सुबह 2:32 बजे होगा। व्रत पारण करने का समय 20 दिसंबर की सुबह 8:05 बजे से 9:16 बजे तक रहेगा।
ग्रह-नक्षत्रों का विशेष संयोग
पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि यानि कि सफला एकादशी के दिन 3 बेहद शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन बुध, शुक्र और शनि ग्रह मिलकर लक्ष्मी नारायण योग, बुधादित्य योग और त्रिग्रही योग बना रहे हैं। इन तीनों शुभ योगों को वैदिक ज्योतिष में बेहद शुभ माना गया है। इस दिन किए गए उपाय तेजी से फल देते हैं।
यह रहेगा शुभ मुहूर्त
सुबह 7:10 बजे से 8:29 बजे तक अमृत का चौघड़िया रहेगा। सुबह ही 9:47 बजे से 11:06 बजे तक शुभ का चौघड़िया रहेगा। दोपहर 3:01 बजे से सायं 5:37 बजे तक क्रमश: लाभ एवं अमृत का चौघडिय़ा रहेगा। इन चौघड़ियों में बिना कोई मुहूर्त देखे पूजा व अन्य धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं।
ऐसे रखें व्रत
सफला एकादशी का व्रत भी अन्य एकादशियों के समान ही होता है। सुबह जल्दी उठ कर स्नान करें। भगवान विष्णु तथा मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें। उन्हें पुष्प, माला, धूप, दीपक आदि अर्पित करें। प्रसाद के रूप में फलाहार ही चढ़ाएं। इसी प्रसाद को स्वयं भी व्रत खोलने के बाद ग्रहण करें। एकादशी के व्रत के दौरान आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। व्रत वाले दिन पूर्णतया सात्विक भोजन करना चाहिए। मांस, मदिरा, अंडा, प्याज, लहसुन, मदिरा, भांग आदि का सेवन न करें। जहां तक हो सके केवल फलाहार ही ग्रहण करें।
चावल का सेवन न करें
शास्त्रों में एकादशी के दिन चावल खाने का स्पष्ट निषेध किया गया है। अत: इस दिन चावल या चावल से बनने वाली सभी चीजों से दूर रहें।
पीले, केसरिया और हल्के रंग के कपड़ों का करें प्रयोग
एकादशी के व्रत वाले काले, भूरे, नीले, स्लेटी आदि गहरे रंग के कपड़ों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इनके स्थान पर पीले, केसरिया, नारंगी या दूसरे रंग के हल्के शेड्स के कपड़े पहनने चाहिए। भगवान विष्णु को भी इस दिन भोग में यथासंभव पीले रंग के फल व मिठाई ही अर्पित करें।
सफला एकादशी पर मनेगा जन्मोत्सव
सफला एकादशी पर सोमवार को मां चामुंडा दरबार भक्त मंडल द्वारा पंडित रामजीवन दुबे गुरुजी का 78वां जन्मदिन मनाया जाएगा। दरबार के सेवक पंडित एनपी दुबे ने बताया कि सोमवार की रात्रि दस बजे से दरबार में पूजन सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए हैं।