धर्म डेस्क, इंदौर। Pitru Paksha 2023: इस समय पितरों को समर्पित पितृ पक्ष चल रहा है। आज पितृ पक्ष की नवमी तिथि है। पितृ पक्ष के दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्म किए जाते हैं। पंडित आशीष शर्मा के अनुसार, गरुड़ पुराण में यह बताया गया है कि पितृपक्ष के दौरान पितरों की पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं और परिवार को सुख, समृद्धि, आय और सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। पितृ पक्ष की नवमी तिथि पर दुर्लभ शिव योग समेत पांच शुभ योग भी बन रहे हैं। शिव योग में पितरों का तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से जीवन में आने वाली सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है।
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि आज सुबह 08:08 बजे शुरू हो गई है और यह 9 अक्टूबर को सुबह 10:12 बजे समाप्त होगी। इसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जाएगी।
पितृ पक्ष की नवमी तिथि पर दुर्लभ शिव योग बन रहा है। शिव योग का निर्माण पूरे दिन रहेगा। शिव योग में भगवान शिव की पूजा करने से जातक को निश्चित फल मिलता है। ऐसा करने से पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है। शिव योग 8 अक्टूबर सुबह 06.03 बजे तक है।
आज सिद्ध योग भी बन रहा है। यह योग का 9 अक्टूबर तक है। सिद्ध योग, शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इसके अलावा सिद्ध योग में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष कार्यों में सफलता मिलती है।
आश्विन मास की नवमी तिथि को रात्रि 09.07 बजे तक तैतिल करण का निर्माण हो रहा है। इसके बाद रात्रि भर गर करण रहेगा। वहीं सुबह के समय कौलव करण का शुभ संयोग बना था। शुभ कार्यों के लिए कौलव, तैतिल और गर करण श्रेष्ठ माने गए हैं।
अमृत काल - रात 09 बजकर 18 मिनट से दोपहर 11 बजकर 04 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक।
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 06 मिनट से दोपहर 02 बजकर 53 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 01 मिनट से शाम 06 बजकर 25 मिनट तक।
निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 44 मिनट से रात 12 बजकर 34 मिनट तक।
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