धर्म डेस्क, इंदौर (Dev Deepawali 2024)। सनातन धर्म में देव दीपावली का पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है। इस बार देव दीपावली का पर्व 15 नवंबर को मनाया जा रहा है। यह त्योहार सनातन धर्मलम्बियों में बहुत ही धूमधाम एवं श्रद्धाभाव से मनाया जाता है।
मध्य प्रदेश के आष्टा के पंडित मनीष पाठक ने बताया कि इस दिन भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध किया गया। इसी की खुशी में इस त्यौहार को मनाया जाता है। देव दीपावली के दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और शाम के समय दीये जलाए जाते हैं।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवता गण स्वर्ग से पृथ्वी लोक पर आते हैं और अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं।
पंडित पाठक ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें। इस दिन गंगा नदी या किसी पवित्र नदी में स्नान करना शुभ माना जाता है। यदि किसी वजह से आप पवित्र नदी में स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं, तो घर के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें।
सुबह के समय मिट्टी के दीपक में घी या तिल का तेल डालकर दीपदान करें। भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। पूजा के समय भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें। घर के कोने-कोने में दीपक जलाएं।
शाम के समय भी किसी मंदिर में दीपदान करें। इस दिन श्री विष्णु सहस्रनाम, विष्णु चालीसा का पाठ करें। आरती से पूजा को समाप्त करें। पूजा में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें।