Chhath Puja Samagri: 17 नवंबर से शुरू होगा छठ पर्व, इन चीजों के बिना पूरी नहीं होती पूजा
Chhath Puja Samagri पूजन सामग्री में हल्दी, मूली और अदरक, नारियल, शरीफा, केला, नाशपाती और नींबू, दीया, चावल, धूपबत्ती और सिंदूर, पान और सुपारी भी रखना चाहिए।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Thu, 16 Nov 2023 09:18:38 AM (IST)
Updated Date: Thu, 16 Nov 2023 12:16:00 PM (IST)
व्रत रखने वाली महिलाओं को नई साड़ी पहनना चाहिए। वहीं पुरुषों को अपने लिए नया कुर्ता-पजामा या धोती खरीद लेना चाहिए। HighLights
- उत्तर भारत विशेषकर बिहार और उत्तरप्रदेश में छठ पूजा के लिए तैयारियों जोरों पर है।
- यदि आप भी छठ पूजा का व्रत करते हैं तो पूजा के दौरान कुछ चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए।
- इन चीजों के बिना छठ पूजा पूरी नहीं मानी जाती है।
धर्म डेस्क, इंदौर। हिंदू धर्म में छठ पर्व का विशेष महत्व है। इस दौरान छठी मैया और भगवान सूर्यदेव की विशेष आराधना की जाती है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, छठ पूजा की शुरुआत 17 नवंबर को नहाय-खाय की प्रथा के साथ शुरू होगी। 4 दिन तक चलने वाले इस महापर्व का समापन 20 नवंबर को उगते सूरज को अर्घ्य देकर समाप्त होगी।
चार दिन का छठ पर्व
- 17 नवंबर- चतुर्थी तिथि- नहाय खाय की शुरुआत
- 18 नवंबर - पंचमी तिथि - खरना
- 19 नवंबर - षष्ठी तिथि - डूबते सूर्य को अर्घ्य
- 20 नवंबर - सप्तमी तिथि- उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत का पारण
छठ पूजा की तैयारियों जोरों पर
उत्तर भारत विशेषकर बिहार और उत्तरप्रदेश में छठ पूजा के लिए तैयारियों जोरों पर है। यदि आप भी छठ पूजा का व्रत करते हैं तो पूजा के दौरान कुछ चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए। इन चीजों के बिना छठ पूजा पूरी नहीं मानी जाती है।
छठ पूजा से पहले कर लें ये तैयारियां
- व्रत रखने वाली महिलाओं को नई साड़ी पहनना चाहिए। वहीं पुरुषों को अपने लिए नया कुर्ता-पजामा या धोती खरीद लेना चाहिए।
- पूजा के लिए पीतल या बांस का बना सूप और बांस की दो टोकरियों की जरूरत होती है, जिसमें छठ पूजा का प्रसाद रखा जाता है।
- पूजा की सामग्री में 1 ग्लास, लोटा और थाली भी रखना चाहिए। वहीं 5 गन्ने भी रखना चाहिए, जिसके पत्ते टूटे हुए नहीं होना चाहिए।
- इसके अलावा एक टोकरी में शकरकंद, शहद, गुड़ और मिठाई, चंदन, अगरबत्ती, धूप, कुमकुम और कपूर, गेहूं और चावल का आटा भी रखना चाहिए।
- पूजन सामग्री में हल्दी, मूली और अदरक, नारियल, शरीफा, केला, नाशपाती और नींबू, दीया, चावल, धूपबत्ती और सिंदूर, पान और सुपारी भी रखना चाहिए।
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