
मल्टीमीडिया डेस्क। पुराणों में भगवान श्रीकृष्ण की आराधना को श्रेष्ठ फलदायी बताया गया है और इनके बाल स्वरूप की उपासना को सर्वश्रेष्ठ कहा गया है। सनातन संस्कृति में श्रीकृष्ण की उपासना के अनेक तरीके प्रचलित है। भक्ति के इन विभिन्न आयामों से श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। भक्ति के इसी क्रम में कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन भगवान श्रीकृष्ण के छप्पनभोग का प्रसाद चढ़ाया जाता है। जिसको अन्नकूट कहा जाता है।
श्रीकृष्ण को समर्पित किया जाता है 56 भोग
दीपावली के अगले दिन कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को सुबह गोवर्धन पूजन, गौ-पूजन एवं अन्नकूट पर्व मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा में सुबह घर के मुख्य द्वार पर गाय के गोबर का गोवर्धन बनाकर उसकी पूजा करते हैं, साथ ही गौ-पूजन भी किया जाता हैं।
प्रात:काल स्नान आदि से निवृत्त होकर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत का विग्रह भूमि पर बनाया जाता है। शाम के समय उस विग्रह का पंचोपचार विधि से पूजन करेने के बाद 56 भोग बनाकर अर्पित किया जाता है। भगवान को 56 भोग समर्पित करने को 'अन्नकूट' कहा जाता है।
56 भोग में होता है प्रकृति के रसों का समावेश
56 भोगों में प्रकृति में मिलने वाले, हमारे शरीर को स्वस्थ्य करने वाले सभी रसों को मिलाया जाता है। 56 महाभोग में कड़वा, तीखा, कसैला, अम्ल, नमकीन और मीठा इन छह रसों का समावेश किया जाता हैं। 56 भोग में चोस्य (चूसने वाले), लेस्य (चाटने वाले), भोज्य ( खानेवाले), चव्य ( चबाने वाले), भक्ष्य (भक्षण करने वाले) और पेय पीनेवाले व्यंजन शामिल होते हैं। अन्नकूट एक प्रकार का सामूहिक भोज होता है जिसमें पूरा परिवार एक जगह बनाई गई रसोई से भोजन ग्रहण करता है। इस दिन चावल,बाजरा, कढ़ी, साबुत मूंग, चौड़ा तथा सभी सब्जियां एक जगह मिलाकर बनाई जाती हैं।
अन्नकूट में बनाए जाने वाले व्यंजन
1. भक्त (भात), 2. सूप (दाल), 3. प्रलेह (चटनी), 4. सदिका (कढ़ी), 5. दधिशाकजा (दही शाक की कढ़ी), 6. सिखरिणी (सिखरन), 7. अवलेह (शरबत), 8. बालका (बाटी),व 9. इक्षु खेरिणी (मुरब्बा), 10. त्रिकोण (शर्करा युक्त), 11. बटक (बड़ा), 12. मधु शीर्षक (मठरी), 13. फेणिका (फेनी), 14. परिष्टश्च (पूरी), 15. शतपत्र (खजला), 16. सधिद्रक (घेवर), 17. चक्राम (मालपुआ), 18. चिल्डिका (चोला), 19. सुधाकुंडलिका (जलेबी), 20. धृतपूर (मेसू), 21. वायुपूर (रसगुल्ला), 22. चन्द्रकला (पगी हुई), 23. दधि (महारायता), 24. स्थूली (थूली), 25. कर्पूरनाड़ी (लौंगपूरी), 26. खंड मंडल (खुरमा), 27. गोधूम (दलिया), 28. परिखा, 29. सुफलाढय़ा (सौंफ युक्त), 30. दधिरूप (बिलसारू), 31. मोदक (लड्डू), 32. शाक (साग), 33. सौधान (अधानौ अचार), 34. मंडका (मोठ), 35. पायस (खीर), 36. दधि (दही), 7. गोघृत (गाय का घी), 38. हैयंगपीनम (मक्खन), 39. मंडूरी (मलाई), 40. कूपिका (रबड़ी), 41. पर्पट (पापड़), 42. शक्तिका (सीरा), 43. लसिका (लस्सी), 44. सुवत, 45. संघाय (मोहन), 46. सुफला (सुपारी), 47. सिता (इलायची), 48. फल, 49. तांबूल, 50. मोहन भोग, 51. लवण, 52. कषाय, 53. मधुर, 54. तिक्त, 55. कटु, 56. अम्ल।