धर्म डेस्क, इंदौर। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में सभी नव ग्रहों का स्वामी सूर्य देव को माना गया है और सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो इसका प्रभाव सभी राशि के जातकों पर होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, सूर्य देव 17 नवंबर 2023 को वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं और 16 दिसंबर को वृश्चिक राशि में ही विराजमान रहेंगे। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, सूर्य देव का यह राशि परिवर्तन इन 3 राशियों के लिए फलदायी हो सकता है।
मेष राशि वालों के लिए सूर्य देव कुंडली में पंचम भाव के स्वामी हैं और मेष राशि में सूर्यदेव आठवें भाव में प्रवेश करने वाले हैं। ऐसे में मेष राशि वालों को स्वास्थ्य के प्रति अलर्ट रहना होगा। पेट दर्द व सिर दर्द की समस्या हो सकती है। पारिवारिक संबंधों में सुधार होगा और सामाजिक प्रतिष्ठा की भी प्राप्ति होगी। मेष राशि वालों को क्रोध करने से बचना चाहिए।
कर्क राशि वालों के लिए सूर्यदेव कुंडली में दूसरे भाव के स्वामी हैं और पांचवें भाव में प्रवेश करेंगे। कर्क राशि वालों को इस अवधि में किसी भी तरह की असफलता का सामना नहीं करना पड़ेगा। अपने काम को सावधानीपूर्वक करने पर अच्छे परिणाम मिलेंगे। शिक्षा व संतान की ओर से सुख मिल सकता है। कर्क राशि वालों को सरसों के तेल की 8 बूंदे कच्ची मिट्टी में टपकाना शुभ रहेगा।
मीन राशि वालों के लिए सूर्यदेव छठे भाव के स्वामी हैं और यह मीन राशि वालों के भाग्य भाव में गोचर कर रहे हैं। मीन राशि वालों के यह गोचर शुभ नहीं होगा। भाग्य के भरोसे कोई भी काम न छोड़ें। कठिन परिश्रम से ही आपको सफलता मिल सकती है। कठिन समय में पिता की सलाह जरूर लें। शांत चित्त होकर ईश्वर की आराधना करना फलदायी साबित होगा। गुस्सा करने से बचें। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए सूर्याष्टक का पाठ करें और सूर्यदेव को सुबह अर्घ्य जरूर दें।
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