Shani Dev Puja Niyam: शनिदेव की पूजा में महिलाएं बिल्कुल ना करें ये गलती, झेलनी पड़ सकते हैं दुष्परिणाम
Shani Dev Puja Niyam: अगर किसी महिला को शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो तो उसे शनिदेव को सरसों का तेल, काला तिल, काली उड़द, लोहा दान करना चाहिए। इससे अ शुभ प्रभाव कम होते हैं।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Sun, 04 Dec 2022 08:17:48 AM (IST)
Updated Date: Sun, 04 Dec 2022 08:17:48 AM (IST)
Shani Dev puja niyam: शनिदेव को कर्मों के न्यायाधीश कहा जाता है, सभी ग्रहों में शनिदेव एकमात्र ऐसे ग्रह हैं जो व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। फिर चाहे वो अच्छे कर्म हों या फिर बुरे कर्म हों, कई लोग शनिदेव की पूजा करते हैं। उनकी टेढ़ी नजर से बचने के लिए पुरुष और महिलाएं सभी उनको नमन करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि महिलाओं को शनिदेव की पूजा के दौरान कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। वरना उन्हें विपरीत परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं। तो आइए जानते हैं क्या हैं शनिदेव की पूजा के नियम-
- महिलाएं जब भी शनि मंदिर जाएं तो इस बात का ध्यान रखें की शनिदेव से नजरें नीचे करते हुए आराधना करें। कभी भी उनकी आंखों में देखकर दर्शन ना करें। ऐसा करने से शनि की कुदृष्टिका सामना करना पड़ता है।
- महिलाओं को कभी भी शनिदेव की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से अशुभ परिणान प्राप्त होते हैं और दुष्प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं।
- महिलाएं शनिदेव को तेल ना चढ़ाएं, ना ही मूर्ति पर ना ही उनके चरणों में शास्त्रों में ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है। शनि के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए स्त्रियों को शनि मंदिर में शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए।
- अगर किसी महिला को शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो तो उसे शनिदेव को सरसों का तेल, काला तिल, काली उड़द, लोहा दान करना चाहिए। इससे अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
- साथ ही अगर महिलाओं की कुंडली में शनि की महादशा चल रही हो तो उन्हें शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक लगाना चाहिए। अच्छे परिणाम मिलते हैं और शनिदो, से मुक्ति मिलती है।
- शनि देव के अशुभता दूर करने के लिए महिलाएं काले कुत्ते को सरसों के तेल में लगी रोटी खिलाएं और किसी असहाय व्यक्ति की मदद करें इससे शनि दोषों से मुक्ति मिलती है।