Saanp Ki Kenchuli: सांप के बारे में सभी जानते हैं यह एक बेहद जहरीला जीव होता है। लेकिन सांप बहुत गुणकारी भी माना जाता है। सांप अपने जीवित रहते हुए अपनी केंचुली छोड़ता है। यह एक प्रकार की खाल ही होती है। इसे घर में रखने से धन लाभ होता है इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में भी किया जाता है। पौराणिक समय से सांप की स्किन का उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता आ रहा है। इसे स्किन पर लगाने से लेकर दवा के रूप में खाया भी जाता है। आइये जानते हैं सांप की केंचुली से जुड़ी कुछ खास बातें।
शुभ माना जाता है सांप की केंचुली देखना
स्वप्न में सांप की केंचुली देखना शुभ माना जाता है। वहीं, अगर घर में दो मुंहा सांप दिखाई देता है तो ये इस बात का संकेत है कि कुबेर आप पर मेहरबान है। घर में सांप की केंचुली रखना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में धन की कमी नहीं होती है।
भूत-प्रेत बाधा से मुक्ति
अगर आपके घर में भूत-प्रेत की बाधा है तो सांप की केंचुली को पीसकर उसमें वच, हींग तथा सूखी नीम की पत्तियों के मिश्रण को गाय के ऊपले पर डालकर लोहवान, गूगल का भी मिश्रण मिलाकर घर में मंगलवार से मिट्टी के सकोरे पर रखकर घर में इस धूमनी को घुमाएं। ऐसा करने से भूत-प्रेत व अन्य सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी।
केंचुली को घर में रखना होता है शुभ
घर में सांप की केंचुली रखना ठीक उसी प्रकार शुभ माना जाता है जिस प्रकार घर में सफेद रत्ती, एकाक्षी नरियल, दक्षिणवर्ती शंख, हाथ जोड़ी, सियार सिंही, बिल्ली की जेल, एक मुखी रुद्राक्ष, गोरोचन, नागकेसर, मोर के पंख, अष्टगंध आदि रखना शुभ होता है। लेकिन ध्यान रहे सांप की केंचुली अखंडित होना चाहिए। इन सभी वास्तुओंम में मां लक्ष्मी जी को रिझाने का विलक्षण गुण होता है।
सांप की केंचुली के औषधीय गुण
मध्य प्रदेश की कुछ खास जनजातियां बड़े पैमाने पर सांप की केंचुली इस्तेमाल किया करती हैं। शिवरात्रि से लेकर अमावस्या और उसके बाद के तीन दिनों में जब आसमान में चांद लगभग गायब होता है, इस जनजाति के लोग सांप की खाल का सेवन करते हैं। माना जाता है कि इन दिनों केंचुल का सेवन करने से आपकी सेहत, जीवन शक्ति, विचार व धारणा जैसी कई चीजों में खासा सुधार आता है।
सांप केंचुली क्यों उतरता है
सांप पृष्ठवंशी सरीसृप वर्ग का प्राणी है। हर रीढ़धारी प्राणियों में त्वचा की ऊपरी परत एक निर्धारित समय पर मृत हो जाती है। इनकी वृद्धि व विकास के साथ-साथ इस मृत त्वचा की जगह नई त्वचा ले लेती है। एक सर्प की जीवन काल में ऐसा कई बार होता है। एक निश्चित समय अंतराल के बाद सांप अपनी बाह्य त्वचा की पूरी परत उतार देता है। इसे ही केंचुली उतारना कहा जाता है। इसके अलावा त्वचा में किसी प्रकार की खराबी या नुकसान एक सांप को जल्दी केंचुली उतारने के लिए बाध्य करता है। केंचुली उतारने से एक तो सांप के शरीर की सफाई हो जाती है, दूसरी ओर त्वचा में फैल रहे संक्रमण से भी उसे मुक्ति मिल जाती है। केंचुली उतारने से लगभग सात से आठ दिन तक सांप सुस्त रहता है। ये किसी एकांत स्थान पर चला जाता है। इस समय लिम्फेटिक नामक द्रव्य के कारण सांप की आंखें दूधिया सफेद होकर अपारदर्शक हो जाती है। इस अवस्था में ये भोजन भी नहीं करता है।
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