Navratri Upay: शारदीय नवरात्रि पर्व 26 सितंबर से शुरू हो चुका है। जो कि 4 अक्टूबर मंगलवार तक मनाया जाने वाला है। माना जाता है कि नवरात्रि के नौ दिन बहुत की विशेष होते हैं। इस दौरान किए गए उपाय बहुत ही जल्द शुभ फल प्रदान करते हैं। यही कारण है कि इस दौरान लोग ज्योतिष तंत्र उपायों के माध्यम से देवी प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार नवरात्रि के दौरान किए जाने वाले ज्योतिषीय उपाय बहुत ही सरल होते हैं। जिन्हें कोई भी कर सकता है। साथ ही ये उपाय काफी कारगर होते हैं। आइए जानते हैं कि वे उपाय कौन से हैं।
अगर आप धन लाभ चाहते हैं तो नवरात्रि के दौरान जो भी शुक्रवार आए उस दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद देवी लक्ष्मी की पूजा करें और गाय के दूध से अभिषेक करें। अभिषेक करते समय श्री सूक्त का पाठ करें। श्री सूक्त का पाठ करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती है। साथ ही वे अपने भक्तों की हर इच्छा पूरी करती हैं।
नवरात्रि के दौरान किसी भी दिन सुबह-सुबह स्नान आदि करने के बाद नजदीक स्थित किसी ऐसे मंदिर में जाएं जहां भगवान शिव और देवी पार्वती की प्रतिमाएं हों। इनकी पूजा करने के बाद मौली से शिव पार्वती के बीच गठबंधन करें। इसके बाद इस मंत्र का जाप करें।
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।
अगर आपके विवाह में बार-बार बाधाएं आ रही हैं तो नवरात्रि में शिव पार्वती का एक चित्र अपने पूजा स्थल पर रखें और रोज पूजा करने के बाद नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें। इससे आपकी समस्या दूर हो सकती है।
ओम शं शंकराय सकल जन्मार्जित पाप विध्वंसनाय।
पुरुषार्थ चतुष्टय लाभाय च पतिं मे देहि कुरु कुरु स्वाहा।।
देवी पुराण के अनुसार, नवरात्रि के दौरान यदि देवी का अभिषेक कर्पूर, केसर, कस्तूरी, कमल के जल से किया जाए तो सभी प्रकार के पापों का नाश होता है। इसी प्रकार यदि देवी का अभिषेक दूध से किया जाए तो यह व्यक्ति के सभी प्रकार की सुख-समृद्धि का स्वामी बनता है। वहीं घर-परिवार में शांति बनी रहती है।
कुछ लोग पैसा तो खूब कमाते हैं लेकिन उनके पास टिकता नहीं है। इसके लिए नवरात्रि में किसी भी दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पर मोती शंख रखें और उस पर केसर से स्वास्तिक बनाकर नीचे लिखे मंत्र का जाप करें।
श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः
कम से कम 11 माला जाप करने के बाद इस शंख को उसी कपड़े में लपेटकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रख दें। इससे आपके घर की बरकत बढ़ सकती है।
डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'