Grah Gochar in September 2022। भारतीय पंचांग के मुताबिक सितंबर माह में भी कई ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे, जिससे कई जातकों की लग्न कुंडली प्रभावित होंगे। हर ग्रह के राशि परिवर्तन करने से जातक को उसका अलग-अलग फल मिलता है। सितंबर माह में भी ग्रहों की चाल के कारण कई राशियों में ग्रहों की स्थिति बदल जाएगी। ग्रहों के राशि परिवर्तन करने से देश, दुनिया के साथ मनुष्य के जीवन में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। आइए जानते हैं सितंबर माह में कौन-कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे -
बुध ग्रह अपनी मार्गी गति में अपना राशि परिवर्तन लगभग 24 दिन की अवधि में करते हैं। बुध ग्रह कन्या राशि में मौजूद रहते हुए में कन्या राशि में ही वक्री हो जाएंगे। वक्री बुध के कारण जातकों की रचनात्मकता को बढ़ाता है, लेकिन साथ ही व्यवहार, वाणी और बुद्धि को भी प्रभावित करता है। बुध कन्या राशि में वक्री 10 सितंबर 2022, शनिवार को सुबह 8.42 मिनट पर होगा और उसके बाद 2 अक्टूबर 2022, रविवार को बुध कन्या राशि में ही अपनी मार्गी गति शुरू करेंगे, जिसके बाद वे 26 अक्टूबर 2022, बुधवार को कन्या से तुला राशि में गोचर कर जाएंगे। ज्योतिष के मुताबिक जब कोई ग्रह वक्री होता है तो उसे पीड़ित माना जाता है। बुध ग्रह की अशुभता से बचने के लिए जातकों को भगवान गणेश की पूजा करना चाहिए।
शुक्र ग्रह सिंह राशि में अस्त की अवधि 15 सितंबर 2022 को सुबह 02.29 मिनट पर शुरू होगी और फिर 2 दिसंबर को सुबह 6.13 मिनट पर सिंह राशि में शुक्र अस्त की अवस्था खत्म होगी। शुक्र ग्रह के अस्त होने से निजी जीवन में मतभेद पैदा हो सकते हैं। धन की कमी के कारण परेशानी हो सकती है। प्रेम संबंधों पर भी प्रतिकूल असर हो सकता है। जो लोग शादी करने का इंतजार कर रहे हैं उन्हें अभी अनुकूल अवधि का इंतजार करने की ज़रूरत होगी, क्योंकि शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण विवाह संबंधी कार्य व तारीख तय करना अशुभ माना जाता है। शुक्र को भोर का तारा भी कहा जाता है। शुक्र अस्त होने पर पूर्ण फल नहीं दे पाता है। शुक्र ग्रह की अशुभता को दूर करने के लिए सफेद चीजों का दान करना चाहिए।
सितंबर माह में तीसरा प्रमुख राशि परिवर्तन कन्या राशि में होगा। 17 सितंबर को सभी ग्रहों के स्वामी सूर्य अपनी राशि सिंह को छोड़कर कन्या राशि में राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य का यह पारगमन कन्या राशि वालों के लिए काफी शुभ होगा। किसी भी राशि में सूर्य देव की शुभ स्थिति बड़े पदों की प्राप्ति करने में मददगार रहती है, वहीं विपरीत स्थिति से जातक के मान-सम्मान के साथ स्वास्थ्य को भी हानि पहुंचाती है। सूर्य को सिंह राशि का स्वामित्व प्राप्त होता है। मेष राशि इनकी उच्च, वहीं तुला इसकी नीच राशि मानी गई है। सूर्य देव 17 सितंबर 2022, शनिवार को अपनी स्वराशि सिंह से निकलकर बुध देव की राशि कन्या में सुबह 07:11 बजे विराजमान हो जाएंगे।
सितंबर माह में ही शुक्र ग्रह का एक बार फिर राशि परिवर्तन होगा। शुक्र ग्रह 24 सितंबर को कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र ग्रह के राशि परिवर्तन होने से कन्या राशि के जातकों के खर्च बढ़ सकते हैं। सेहत का ध्यान रखना होगा। कन्या राशि वालों को लक्ष्मी जी का पूजन करना चाहिए और दान देना चाहिए। शुक्र का कन्या राशि में गोचर 24 सितंबर 2022, शनिवार को रात 8.51 मिनट पर होगा, जब वो सिंह राशि से निकलकर बुध की कन्या राशि में गोचर करेंगे।
डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'