Chaturmas 2023 Start and End Date: रायपुर। जून के अंतिम सप्ताह से चातुर्मास प्रारंभ हो रहा है, चातुर्मास से पहले विवाह संस्कारों के लिए केवल आठ मुहूर्त शेष हैं। 29 जून को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास प्रारंभ हो जाएगा। इस साल पुरुषोत्तम मास का संयोग बन रहा है। हिंदू संवत्सर का सावन महीना दो बार पड़ेगा यानी सावन 30 दिनों का नहीं बल्कि 60 दिनों तक रहेगा। इन 60 दिनों के बीच ही पुरुषोत्तम मास मनाया जाएगा।चातुर्मास चार माह की बजाय पांच माह का रहेगा। 29 जून को देवशयनी एकादशी से पहले यदि विवाह संपन्न नहीं किया तो फिर अगले पांच माह तक चातुर्मास होने से विवाह संस्कार नहीं किया जा सकेगा।
चातुर्मास से पहले आखिरी मुहूर्त 28 को
महामाया मंदिर के पुजारी पं.मनोज शुक्ला के अनुसार 28 जून को आषाढ़ शुक्ल दसमीं पर विवाह का आखिरी शुभ मुहूर्त है। इसके अगले दिन 29 जून से देवशयनी एकादशी से देवगणों का विश्राम काल प्रारंभ हो जाएगा। शुभ संस्कारों पर रोक लग जाएगी। जब देवगण चातुर्मास समाप्त होने के पश्चात देवउठनी एकादशी (तुलसी पूजा) के दिन जागेंगे। इसके बाद ही शुभ संस्कार किए जा सकेंगे।
तीर्थाटन और कथा सुनने का महत्व
ऐसी मान्यता है कि चातुर्मास काल में भगवान विष्णु क्षीरसागर में विश्राम करते हैं। चार माह तक पृथ्वी के संचालन की जिम्मेदारी भगवान भोलेनाथ को साैंप दी जाती है। चातुर्मास काल में तीर्थों की यात्रा करना और श्रीमद्भागवत कथा सुनने का विशेष महत्व है। चातुर्मास का समापन कार्तिक शुक्ल एकादशी 27 नवंबर को होगा।इस दिन देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु के जागने की परंपरा निभाई जाएगी।तुलसी और सालिगराम का विवाह कराया जाएगा। इसके पश्चात ही शुभ संस्कार किए जा सकेंगे। चातुर्मास के दौरान जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर तक विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है। नवंबर में भी मात्र दो मुहूर्त ही हैं।
4 जुलाई से 31 अगस्त तक सावन
3 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर गुरु देवों की पूजा-अर्चना की जाएगी। अगले दिन 4 जुलाई से सावन महीना प्रारंभ होगा। इस साल सावन महीना 59 दिनों का है, जो 31 अगस्त को रक्षा बंधन पर समाप्त होगा।
8 सावन सोमवार
हर साल सावन महीने में चार अथवा पांच सोमवार होते हैं, लेकिन इस साल 2023 में आठ सावन सोमवार पड़ेंगे। आठों सावन सोमवार को शिवजी का श्रृंगार, जलाभिषेक किया जाएगा।
विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त
माह तारीख
जून - 11 से 13, 22, 23 और 25, 26, 27, 28
जुलाई - मुहूर्त नहीं
अगस्त - मुहूर्त नहीं
सितंबर - मुहूर्त नहीं
अक्टूबर - मुहूर्त नहीं
नवंबर - केवल दो मुहूर्त 29, 30