Vastu Plant: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी हर एक चीज की सही दिशा होती है, क्योंकि हर एक चीज में अपनी ऊर्जा होती है। ये ऊर्जा घर पर काफी प्रभाव डालती है। वहीं, घर में रखे जाने वाले पेड़-पौधों को भी विशेष माना गया है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। परिवार के सदस्यों की तरक्की होती है। पेड़-पौधों को सही दिशा में लगाना काफी जरूरी होता है। वरना ये पौधे अपना नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। वास्तु शास्त्र में कुछ पौधों के बारे में बताया गया है, जिन्हें दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि इससे घर में कंगाली आती है। आइए, जानते हैं कि वे पौधे कौन-से हैं।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक तुलसी के पौधे को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। तुलसी में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। कहा जाता है कि दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इससे घर में कंगाली आने लगती है। घर के सदस्यों की आर्थिक स्थिति में बिगड़ने लगती है। तुलसी के पौधे के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व मानी जाती है। इसके अलावा इसे आप उत्तर दिशा में भी लगा सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार केले के पौधे को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। इस दिशा में केले का पौधा शुभ नहीं माना जाता है। कहते हैं कि इससे अशुभ प्रभाव होता है। केले का पौधा लगाने की सही दिशा पूर्व या उत्तर है।
शमी का पौधा शनि देव को बेहद प्रिय होता है। इस पौधे को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। दक्षिण दिशा में शमी का पौधा लगाने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं और व्यक्ति को कष्टों का सामना करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार शमी के पौधे को पूर्व या ईशान कोण में लगा सकते हैं।
मनी प्लांट को धन आकर्षित करने वाला पौधा माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार मनी प्लांट को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। इस दिशा में रखा मनी प्लांट आर्थिक समस्याएं पैदा करता है। ये धन हानि का कारण बनता है।
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