धर्म डेस्क, इंदौर। Kalyug Story: धार्मिक मान्यता है कि श्री हरि कलयुग के अंत में धरती पर कल्कि अवतार लेंगे। वे पापों का नाश करेंगे। उनके इस अवतार से कलयुग समाप्त हो जाएगा और फिर सतयुग शुरू होगा। श्रीमद्भागवत के 12वें स्कंद में कहा गया है कि जब सूर्य, चंद्रमा और गुरु एक साथ पुष्य नक्षत्र में होंगे, तब विष्णु जी कल्कि रूप में जन्म लेंगे।
कहा गया है कि भगवान का यह अवतार सावन के महीने में ही होगा। कलयुग में अवतार लेकर श्रीहरि एक बार फिर पापियों का नाश कर धर्म की स्थापना करेंगे। पुराणों में बताया गया है कि यह कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के पास संभल गांव में होगा।
भगवान कल्कि की मां का नाम सुमति और पिता का नाम विष्णुयश होगा। कल्कि के चार भाई होंगे। ये सभी भाई मिलकर एक बार फिर धर्म की स्थापना करेंगे। भगवान कल्कि की दो शादियां होंगी। उनकी पत्नियों का नाम पद्मा और वैष्णवी होगा।
एक भारतीय प्रसिद्ध कथावाचक और आध्यात्मिक वक्ता चित्रलेखा ने भी कलयुग और कल्कि अवतार को लेकर कुछ बातें बताई हैं। बता दें कि चित्रलेखा अपनी प्रेरक वार्ताओं और धर्मोपदेश के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने कहा श्रीमद्भागवत में लिखा है कि कलयुग के अंत में इंसान की उम्र घटते-घटते 20 साल पहुंच जाएगी।
आज से कुछ साल पहले तक इंसान की उम्र 100 साल से भी ज्यादा होती है, जो कि घटते-घटते अब 80 और 60 हो गई है। इसके साथ ही इंसान की ऊंचाई भी कम होगी। यह भी लिखा गया है कि गाय-बैलों की ऊंचाई कम होकर बकरी और बिल्ली जितनी हो जाएगी।
उस समय पाप और अत्याचार इतने बढ़ जाएंगे कि कोई उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता है। तब अंत में कल्कि अवतार होगा, जो कलयुग का प्रधान अवतार है। भगवान कल्कि राजसी वेश में आएंगे। वह घोड़े पर सवार होकर, हाथ में तलवार लेकर एक राजा की तरह आएंगे।
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