Chanakya Niti: चाणक्य ने बताया, लक्ष्य प्राप्ति के लिए क्यों जरूरी है निरंतर अभ्यास
Chanakya Niti बूढ़ा आदमी यदि तरुणी के साथ विवाह रचाता है तो उसका जीवन अत्यन्त कष्टमय हो जाता है
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Fri, 07 Jul 2023 03:09:59 PM (IST)
Updated Date: Fri, 07 Jul 2023 03:09:59 PM (IST)
Chanakya Niti Chanakya Niti । चाणक्य के मुताबिक निरंतर अभ्यास करना बहुत जरूरी है क्योंकि यह व्यक्ति के विकास और सफलता में मदद करता है। चाणक्य ने अपनी नीति में कहा है कि निरंतर अभ्यास से ही व्यक्ति अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा है कि अभ्यास एक ऐसी विधि है जिससे हम अपने कौशल को सुधार सकते हैं और अधिक उन्नत बन सकते हैं। चाणक्य ने अभ्यास को सफलता का एक महत्वपूर्ण तत्व माना है। वह कहते हैं कि अभ्यास ही सफलता की कुंजी है।
चाणक्य ने अभ्यास के लिए बहुत सारे उपदेश दिए हैं। वह कहते हैं कि अभ्यास करने से व्यक्ति के कौशल, ज्ञान और अनुभव में सुधार होता है जो उसे सफलता के दरवाजे खोलता है।
दरिद्रस्य विषं गोष्ठी वृद्धस्य तरुणी विषम् ।।
इस श्लोक में
आचार्य चाणक्य ने कहा है कि अभ्यास के बिना शास्त्र विष होता है। जैसे अजीर्ण अर्थात भोजन के ठीक प्रकार से पचे बिना फिर भोजन करना विष के समान होता है, निर्धन और दरिद्र व्यक्ति के लिए समाज में रहना विष के समान होता है और बूढ़े पुरुष के लिए युवती विष के समान होती है।
ज्ञान प्राप्त करें लेकिन निरंतर अभ्यास भी करें
आचार्य चाणक्य के मुताबिक मनुष्यों को निरंतर अभ्यास द्वारा शास्त्र का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। यदि वह शास्त्र ज्ञान के लिए निरंतर अभ्यास नहीं करता तो वह अधकचरा ज्ञानी बनता है, ऐसा ज्ञान विष के समान दुखदायी होता है। इसी प्रकार पेट में अपच की स्थिति में यदि बढ़िया से बढ़िया भोजन किया जाएगा तो वह भी विष के समान कष्ट देगा। दरिद्र यदि किसी सभा, सोसायटी अथवा समाज में जाता है तो वहां उसकी पूछ न होने के कारण उसे विष का घूटं भी पीना पड़ता है।
बूढ़ा आदमी यदि तरुणी के साथ विवाह रचाता है तो उसका जीवन अत्यन्त कष्टमय हो जाता है, क्योंकि विचारों में आयुगत असमानता सदैव क्लेश का कारण बनती है और शारीरिक रूप से निर्बल होने के कारण वह नवयौवना को यौन संतुष्टि भी प्रदान नहीं कर सकता। ऐसी पत्नी पथभ्रष्ट हो सकती है, जो कि सम्मानित व्यक्ति के लिए अत्यंत कष्टदायी स्थिति होती है।
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