तो क्या विभीषण की भी पत्नी थीं मंदोदरी
एक किंवदती के अनुसार रावण और मंदोदरी का विवाह मंडोर में हुआ था।
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Publish Date: Thu, 14 Jan 2016 01:07:09 PM (IST)
Updated Date: Fri, 15 Jan 2016 05:20:35 PM (IST)
वाल्मीकि रामायण के अनुसार मंदोदरी, लंकापति रावण की पत्नी थी। मंदोदरी महान ऋषि कश्यप के पुत्र मायासुर की पुत्री थी। मंदोदरी की माता रंभा नाम की अप्सरा थी। मंदोदरी को त्रेतायुग में पंचकन्याओं में से एक माना गया है। मंदोदरी ने ही रावण के मनोरंजन के लिए शतरंग खेल की खोज की थी।
रावण से शादी के बाद मंदोदरी के तीन पुत्र हुए जिनका नाम 'मेघनाद', 'अक्षकुमार' और 'अतिक्य' था। रावण की मृत्यु के बाद मंदोदरी ने रावण के भाई विभीषण से विवाह किया था।
एक किंवदती के अनुसार रावण और मंदोदरी का विवाह मंडोर में हुआ था। मंडोल, जोधपुर( राजस्थान) के पास स्थित है। जोधपुर शहर में ही रावण का मंदिर है। स्थानीय मान्यता के अनुसार मंडोल, रावण का ससुराल है। रावण की मृत्यु के बाद उसके वंशज यहां बस गए थे।
मंदोदरी बहुत सुंदर थी। पौराणिक कहानियों में उल्लेख मिलता है कि जब हनुमान जी सीता जी को श्रीराम का संदेश देने लंका गए तब उन्होंने मंदोदरी को एक पल के लिए सीता मान लिया था।
लेकिन रावण ने मंदोदरी की इस बात को न मानते हुए अपमानित कहते हुए कहा, 'मंदोदरी! हर स्त्री में साहस, झूठ बोलना, चंचलता, माया रचना, डरपोक होना, अविवेकी, निर्दयिता, अपवित्रता ये 8 विशेषताएं होती हैं। हालांकि यह बातें उस समय भी प्रासंगिक नहीं थी। रावण ने मंदोदरी के अपमान स्वरूप इन बातों को कहा था।'