
धर्म डेस्क, इंदौर। Shukra Ketu Yog: शुक्र देव का 3 नवंबर की सुबह 04.58 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश हुआ। वहीं, केतु भी तुला से निकलकर कन्या में विराजमान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कन्या राशि में शुक्र और केतु की युति का निर्माण हुआ है। शुक्र ग्रह कन्या राशि में 29 नवंबर तक गोचर करेंगे। फिर तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसके बाद शुक्र और केतु की युति समाप्त हो जाएगी।
शुक्र छाया ग्रह केतु के गुरु हैं। इस वजह से एक राशि में दोनों के आने पर यह बेहद खास माना जा रहा है। कन्या राशि में दोनों ग्रहों के होने से कुछ राशियों के लिए अच्छा समय रहेगा। इन राशि वालों की सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। आइए नजर डालते हैं शुक्र और केतु की युति किन राशियों को फायदा देगी।
शुक्र और केतु की युति से मिथुन राशि के जातकों को लाभ होगा। शुक्र आपकी जन्म कुंडली में 5वें और 12वें भाव के स्वामी हैं। यह चौथे भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान निवेश से जुड़ी जरूरी जानकारी मिलेगी। करियर के क्षेत्र में लाभ प्राप्त होगा। नौकरी में प्रमोशन के योग बनेंगे। नेतृत्व के गुणों का प्रदर्शन करने में सक्षम रहेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आराम करने की स्थिति में रहेंगे।
शुक्र और केतु की युति से कर्क राशि वालों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। इस अवधि में योजना बनाकर कार्य करने से अच्छी सफलता मिलेगी। जीवनसाथी के साथ रिश्ते मजबूत रहेंगे। छात्रों को शैक्षणिक क्षेत्र में सफलता मिलेगी। शुक्र आपके चौथे और 11वें भाव के स्वामी है। अब तीसरे भाव में गोचर करेंगे। अपनी क्षमताओं के दम पर नाम कमाने में सक्षम रहेंगे।
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी है। अब पहले भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान इच्छाओं को पूरा करने में सफल रहेंगे। अपने उद्देश्यों को आसानी से पूरा कर पाएंगे। आपने नेतृत्व करने की क्षमता बढ़ेगी। काम के सिलसिले में विदेश जाने के योग बनेंगे। व्यापार के क्षेत्र में नए संपर्क स्थापित करने में सफल रहेंगे।
शुक्र और केतु की युति से लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल रहेंगे। कार्यस्थल पर स्थिति मजबूत होगी। मित्रों के साथ पुरानी यादें ताजा करने का मौका मिलेगा। शुक्र की स्थिति से भाग्य का साथ मिलेगा। विदेश से नौकरी के अवसर की प्राप्ति हो सकती है। पार्टनर के साथ प्रेमपूर्ण संबंध बनाए रखने में सक्षम रहेंगे।
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