धर्म डेस्क, इंदौर (Premanand Maharaj)। प्रेमानंद जी महाराज अपने प्रवचन में भक्तों को जीवन से जुड़ी अलग-अलग परेशानियों का समाधान भी बताते हैं। इस बीच, कई लोगों के अपने परिवार की दिवंगत आत्माओं से जुड़े कई सवाल रहते हैं। अपने एक प्रवचन में उन्होंने बताया कि किसी को सपने में दिवंगत रिश्तेदार या लोग दिखाई दे, तो यह किस बात का संकेत है?
एक भक्त के सवाल पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि सपने तीन प्रकार के होते हैं। पहले जिनमें परिवार के मृत सदस्य दिखाई देते हैं। दूसरे जिनमें भगवान और साधु-संत के दर्शन होते हैं और तीसरे जिनमें वो दिखाई देते हैं, जिनका अस्तित्व ही नहीं है।
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, हमारा मन कई लोगों के साथ जुड़ा रहता है। ये चाहे जिंदा हो या दिवंगत, सपने में दिखाई देना कोई चिंता की बात नहीं है। ऐसा नहीं है कि आपने कुछ बुरा किया है, जिसके कारण ये कोई संकेत देना चाहते हैं। ऐसा कुछ नहीं है।
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, परिवार में दान-पुण्य की आदत होना चाहिए। हम यदि जल और अन्न का भी दान करते हैं, तो यह हमारे पूर्वजों तक पहुंचता है और उनको संतुष्टि मिलती है। इसीलिए पिंडदान का भी महत्व है।
उन्होंने आगे बताया कि यदि जीवित रहते हुए अपने परिवार के बड़े सदस्यों का सम्मान करें, उनकी सेवा करें। यदि उनके मरने के बाद कुछ करना चाहते हैं, तो दान-पुण्य और सत्कर्म करें। इसके अलावा किसी बात पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। ऐसे सपनों को गंभीरता से न लें।