Kharmas 2023: विवाह, मुंडन व सभी मांगलिक कार्यों पर एक माह तक मनाही
Kharmas 2023: खरमास माह में दान, जप आदि के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
By Dhirendra Kumar Sinha
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Thu, 07 Dec 2023 12:16:26 PM (IST)
Updated Date: Thu, 07 Dec 2023 12:16:26 PM (IST)
16 दिसंबर से खरमास प्रारंभ हो रहा है। HighLights
- 16 दिसंबर से आरंभ हो रहा खरमास
- नए साल के प्रथम पखवाड़ा तक रहेगा
- खरमास में करें तीर्थयात्रा, शुभ फलदायी
Kharmas 2023: हिंदू पंचांग के मुताबिक 16 दिसंबर से खरमास प्रारंभ हो रहा है। इस दौरान विवाह, मुंडन व सभी मांगलिक कार्यों पर एक माह तक मनाही होगी। न्यायधानी में शहनाइयों की गूंज थम जाएगी। मान्यता है कि जब ग्रहों के राजा सूर्य धनु व मीन राशियों में प्रवेश करते हैं, तो खरमास लगता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित देव कुमार पाठक के अनुसार 16 दिसंबर से खरमास प्रारंभ होकर 15 जनवरी तक प्रभावशील रहेगा। हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यों को करने से पहले कुंडली मिलान के साथ-साथ गुरु और शुक्र की स्थिति भी देखी जाती है। गुरु, बृहस्पति की राशि धनु और मीन राशि है। जब ग्रहों के राजा सूर्य इन राशियों में प्रवेश करते हैं, तो खरमास दोष लगता है। इस दोष में किसी भी तरह के मांगलिक और शुभ कामों को करने की मनाही होती है। खरमास के दौरान किसी भी तरह के मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नव प्रतिष्ठान, वधु प्रवेश, मुंडन-छेदन, देव प्रतिमा प्रतिष्ठा से लेकर उपनयन संस्कार तक नहीं होगा।
खरमास में करें तीर्थयात्रा, शुभ फलदायी
ज्योतिषाचार्य एवं राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी पंडित रमेश तिवारी का कहना है कि खरमास में तीर्थ यात्रा करना शुभ होता है। खरमास के दौरान भगवान सूर्य और भगवान विष्णु की पूजा करने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि पूजा करने से व्यक्ति को शांति और समृद्धि प्राप्त होती है और मां लक्ष्मी की कृपा उन पर हमेशा बनी रहती है।
इसके अलावा दान, जप आदि के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस एक माह में गरीब और असहायों को गर्म कपड़ों और भोजन का दान करना चाहिए। गोमाता को गुड़ व चना खिलाना चाहिए। बच्चों के हाथ से दान करना और भी पुण्य फलदायी होता है।