Budh Gochar In October: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के गोचर को काफी महत्व दिया गया है। इनकी गति के अनुसार की जीवन में शुभ या अशुभ परिणाम मिलते हैं। ग्रहों के राजकुमार बुध 1 अक्टूबर की सुबह 08:45 बजे सिंह राशि से अपनी स्वराशि कन्या में प्रवेश करने जा रहे हैं। कन्या इनकी मूलत्रिकोण राशि है और इस राशि में बुध उच्च के होते हैं। ऐसे में इस गोचर के दौरान बुध बहुत की शुभ फल देने की स्थिति में होंगे। कई राशियों को इनके गोचर के दौरान अपने जीवन में बड़ी सफलता मिल सकती है।
ज्योतिष शास्त्र में मिथुन व कन्या राशि के स्वामी बुध को काफी अहम माना जाता है। बुद्ध की कृपा से ही जातक विद्वान होता है, उसकी तर्क क्षमता मजबूत होती है और संचार कौशल में बेहतर होता है। बुध कन्या राशि में उच्च के तो मीन राशि में नीच के माने जाते हैं। सूर्य, शुक्र और राहू के साथ इनकी मित्रता होती है, जबकि चंद्रमा के साथ इनकी शत्रुता होती है। शनि, मंगल, बृहस्पति और केतु के साथ ये सम होते हैं। ये बुद्धि, वाणी, शिक्षा, शिक्षण, गणित, तर्क, यांत्रिकी, ज्योतिष, लेखाकार, आयुर्वेद, लेखन, प्रकाशन, रंगमंच, एवं निजी व्यवसाय आदि के कारक माने जाते हैं। साथ ही बुध मस्तिष्क, जिह्वा, स्नायु तंत्र, कंठ, त्वचा, गर्दन आदि के भी प्रतिनिधि हैं। बुध के नकारात्मक प्रभावों से स्मरण शक्ति में कमी, सिर दर्द, त्वचा आदि के रोग उत्पन्न होते हैं। आइये जानते हैं बुध के कन्या राशि में गोचर से किन राशियों को विशेष लाभ मिलेगा।
इस राशि के लिए बुध लग्न और चतुर्थ भाव के स्वामी हैं। गोचर में ये चतुुर्थ भाव में भ्रमण करेंगे। इस दौरान इनकी सप्तम दृष्टि दशम भाव पर होगी। ऐसे में आपको लग्न, चतुर्थ भाव और दशम भाव से जुड़े शुभ फल प्राप्त होंगे। इस अवधि में आपकी वाणी बहुत ही प्रभावशाली होगी और आप कार्यक्षेत्र में एवं व्यापार में सभी का दिल जीत लेंगे। इस अवधि में आपको परिवार का सुख मिलेगा और वाहन, संपत्ति, जमीन-जायदाद आदि का खरीदारी का मौका मिल सकता है। नौकरी में बदलाव या तरक्की के योग हैं। कारोबारियों को इस अवधि में जबरदस्त मुनाफा होगा।
आपकी राशि में बुध लग्न भाव और दशम भाव के स्वामी हैं। पहले भाव में बुध के गोचर से भद्र राजयोग का निर्माण होगा। इस अवधि में आपको सभी क्षेत्रों में सफलता मिलेगी और त्वचा के रोगों से मुक्ति मिलेगी। इस दौरान आपकी बुद्धि और तर्कशक्ति बहुत तीव्र होगी और मार्केटिंग या सेल्स से जुड़े लोगों को डील करने में सफलता मिलेगी। नये कारोबार शुरु करने के लिए ये उत्तम समय है। दशम भाव के स्वामी का लग्न से संबंध राजयोग बना रहा है। कार्यक्षेत्र में तरक्की के योग हैं। पत्नी के व्यवसाय में मुनाफा मिल सकता है। निवेश करने के लिए भी ये अच्छा वक्त है।
इस राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम भाव के स्वामी हैं। लेकिन त्रिकोण के स्वामी होने के कारण बुध आपके लिए कारक हैं। इसी भाव में उच्च के बुध का गोचर हो रहा है। ऐसे में आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। नौकरी या कारोबार के सिलसिले में लंबी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। विदेश यात्रा के योग भी बन रहे हैं। पिता के साथ संबंध बेहतर होंगे और अगर वे कारोबारी हैं, तो उन्हें अच्छा मुनाफा होगा। संघर्षों में कमी आएगी और छोटे भाई-बहनों की भी तरक्की के समाचार मिलेंगे। निवेश, नये काम, तीर्थयात्रा आदि के लिए ये शुभ समय है।
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