Bhog Ke Niyam: हिंदू धर्म में भगवान की पूजा-पाठ का बहुत महत्व दिया जाता है। भगवान की पूजा-पाठ विधिपूर्वक ही होना चाहिए। किसी भी देवी-देवता को प्रसन्न करने के लिए उनकी प्रिय चीजें उन्हें जरूर अर्पित करना चाहिए। कहा जाता है कि भगवान को उनकी प्रिय चीज अर्पित की जाए, तो वे बहुत प्रसन्न होते हैं। शास्त्रों में पूजा-पाठ के कुछ खास नियमों के बारे में बताया गया है। पूजा-पाठ के बाद भगवान को भोग लगाना भी बेहद जरूरी है। बिना भगवान को भोग लगाए, भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। अगर संभव हो तो भगवान को उनकी प्रिय चीजों का ही भोग लगाएं। आइए, जानते हैं कि भगवान के प्रिय भोग।
हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय माना गया है। मान्यता है कि गणेश भगवान को मोदक और लड्डू का भोग लगाना चाहिए। ये उन्हें बेहद प्रिय हैं। मोदक, बेसन के लड्डू या मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाने से वे जल्दी खुश हो जाते हैं। साथ ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
मां दुर्गा को हलवा और चना प्रिय होते हैं। नवरात्र के दौरान आखिरी दिन मां को हलवा और चने का भोग लगाया जाता है। कहा जाता है कि इससे मां दुर्गा खुश होकर जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी कर देती हैं। साथ ही घर में धन-धान्य की कमी भी नहीं होती है।
सावन के पवित्र महीने में शिवजी की पूजा का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि इस माह में की गई कुछ खास उपायों से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। इस महीने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दूध, दही और शहद अर्पित करना चाहिए। इससे वे जल्दी प्रसन्न होते हैं और जातक की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
मंगलवार और शनिवार का दिन हनुमान जी को समर्पित माना जाता है। कहते हैं इस दिन भगवान को बूंदी का भोग लगाना शुभ होता है। बूंदी का भोग लगाने से हर संकट टल जाता है। इसके साथ ही भक्तों की हर मनोकामनाएं हनुमानजी पूरी करते हैं।
मां लक्ष्मी की कृपा से धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है। मां लक्ष्मी को नियमित रूप से उनकी प्रिय चीजें अर्पित की जाए, तो वे प्रसन्न होती हैं। साथ ही भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। मां लक्ष्मी को सफेद चीज जैसे खीर, बर्फी, मखाने की खीर आदि का भोग लगाने से वे शीघ्र प्रसन्न होती हैं।
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