Garud Puran Path: गरुड़ पुराण के इस मंत्र का जाप दिलाएगा आर्थिक तंगी से छुटकारा, लेकिन मानने होंगे ये नियम
Garud Puran Path: ‘ॐ जूं स:’ इस मंत्र का जाप करने के साथ-साथ व्यक्ति को श्री विष्णु सहस्त्रनाम पाठ भी करना चाहिए।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Sat, 18 Mar 2023 11:58:51 AM (IST)
Updated Date: Sat, 18 Mar 2023 11:58:51 AM (IST)
Garud Puran Path: हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में एक माना गरुड़ पुराण सफल और सुखी जीवन के गूढ़ रहस्यों के बारे में बताता है। इसका पाठ करने से व्यक्ति को कई तरह के ज्ञान की बातें मिलती हैं, जिससे वह अपना जीवन बहुत सरल तरीके से जी सकता है। लेकिन लोग इसका पाठ करने से हिचकिचाते हैं क्योंकि गरुड़ पुराण का पाठ घर पर किसी परिजन की मृत्यु पश्चात पूरे 13 दिनों तक कराया जाता है। जबकि ऐसा नहीं है, इसे सामान्यतः भी आप घर पर पाठ कर सकते हैं।
बता दें कि गरुड़ पुराण में जो भी बताया गया है वो भगवान विष्णु और उनके वाहन पक्षीराज गरुड़ के बीच जो धर्म-कर्म के बारे में बातचीत है वो बताई गई है। इसलिए गरुड़ पुराण में न केवल जन्म, मृत्यु, नरक और स्वर्ग के संदर्भ में बातें बल्कि ज्ञान, विज्ञान, नीति, नियम और सफल व सुखी जीवन के संदर्भ में कई गूढ़ रहस्य बताए गए हैं। साथ ही इसमें ऐसे अचूक मंत्रों के बारे में भी बताया गया है, जिनका जाप करने से व्यक्ति को रोग, दीर्घायु व आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। तो आइए जानते हैं कौन से हैं वो मंत्र-
गरीबी दूर करने के लिए मंत्र
गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर आप धन संबंधी परेशानी से जूझ रहे हैं और गरीबी दूर करना चाहते हैं तो इसके लिए ग्रंथ में मंत्र के बारे में बताया है। जिसका जाप करने से आर्थिक तंगी दूर हो जाती है और व्यक्ति का जीवन धन-धान्य से भर जाता है। मंत्र इस प्रकार है-
‘ॐ जूं स:’ इस मंत्र का जाप करने के साथ-साथ व्यक्ति को श्री विष्णु सहस्त्रनाम पाठ भी करना चाहिए। इसका लगातार 6 महीने तक पाठ करने से व्यक्ति को धन-संबंधी परेशानियों से हमेशा के लिए छुटकारा मिलता है।
निरोगी जीवन व लंबी आयु के लिए
गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु द्वारा संजीवनी मंत्र का उल्लेख किया गया है। इस मंत्र के प्रयोग से व्यक्ति को निरोगी काया सहित लंबी आयु प्राप्त होती है। लेकिन इसके बारे में कहा गया है कि इस मंत्र का प्रयोग यदि किसी सिद्ध व्यक्ति के सानिध्य में रहकर ही करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-
‘यक्षि ओम उं स्वाहा’ इस मंत्र का जाप आप पूरे नियम के साथ करें। क्योंकि बिना नियम जानें अगर आप जाप करते हैं तो आपको फल नहीं मिलेगा। इसलिए इस मंत्र के नियम को जानने के बाद किसी जानकार के मार्गदर्शन में रहकर करें।