भोपाल। मप्र में इंदिरासागर बांध और इसके टापुओं पर हर साल फरवरी महीने में शहर बसाया जाएगा, जहां पर्यटकों के लिए कई कार्यक्रम होंगे। यह उत्सव मप्र की सालाना विशेषताओं में शुमार होगा। इसका मकसद मप्र को पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित करने का है। इसके अलावा बाहर से आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधा के लिए ट्रेकिंग सिस्टम शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये बात शनिवार को राजधानी में ट्रेवल मार्ट की शुरुआत करते हुए कही। इसमें कई देशों के पर्यटन उद्योग से जुड़े प्रतिनिध्ाि भी भाग ले रहे हैं। चौहान ने कहा कि मप्र को बीमारू राज्य कहना बीते दिनों की बात है, अब मप्र हर मामले में अग्रणी है। पर्यटन के क्षेत्र में भी इसे शीर्ष पर लाने के प्रयास हो रहे हैं।
पर्यटकों के लिए ट्रेकिंग सिस्टम शुरू करने की जानकारी देते हुए सीएम ने बताया कि बाहर से आने वाले पर्यटक यदि पूर्व सूचना देंगे तो उनके मप्र में दाखिल होने से लेकर घूमने फिरने के दौरान उनसे पर्यटन अध्ािकारी संपर्क रखेंगे। किसी भी असुविध्ाा पर उन्हें जानकारी और मदद दी जाएगी। पिछले ट्रेवल मार्ट में की गई मांग को पूरा करते हुए कान्हा से बांध्ावगढ़ के बीच पर्यटक सुविध्ााएं उपलब्ध्ा कराई जा रही हैं। चौहान ने माना कि मप्र की पर्यटन क्षेत्र में ठीक से मार्केटिंग नहीं हो पाई है, जबकि यहां हर किस्म के पर्यटन स्थल हैं। उन्होंने कहा कि उज्जैन सिंहस्थ इस बार भव्य पैमाने पर होगा। हर पर्यटन स्थल को विमान सेवा से जोड़ने के प्रयास भी जारी हैं। एयरइंडिया से सहयोग की जरूरत है। चौहान ने अश्विनी लोहानी का नाम लिए बिना कहा कि चूंकि एयर इंडिया में भी मप्र का दखल हो गया है, इसलिए उम्मीद है कि यह सुविध्ाा भी बढ़ेंगी। पर्यटन प्रतिनिधियों से उन्होंने आग्रह किया कि वे मप्र में पर्यटन के साथ ही रोजगार को बढ़ावा दें।
पर्यटन राज्य मंत्री सुरेंद्र पटवा ने कहा कि मप्र में एतिहासिक पर्यटन स्थलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या 60 लाख से बढ़कर लगभग साढ़े छह करोड़ हो चुकी है। जनवरी से इंदौर राजवाड़े में लाइट एंड साउंड शो शुरू हो रहा है। प्रबंध्ा संचाालक हरिरंजन राव ने पर्यटन विशेषताओं का प्रस्तुतिकरण किया। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के सुभाष गोयल ने मप्र के पर्यटन स्थलों और उनकी विशेषताओं का भी जिक्र किया।