Raebareli Lok Sabha Seat: परंपरागत सीट पर राहुल गांधी के सामने सबसे बड़ी चुनौती, घटता जा रहा था सोनिया गांधी की जीत का अंतर
2014 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी की जीत का अंतर करीब 3.5 लाख वोटों का था। 2019 के चुनावों में भाजपा ने दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया था और सोनिया की जीत का अंतर लगभग आधा होकर सिर्फ 1.67 लाख वोटों पर आ गया था।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Fri, 03 May 2024 10:32:43 AM (IST)
Updated Date: Fri, 03 May 2024 10:32:43 AM (IST)
Raebareli Lok Sabha Election 2024: रायबरेली में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। HighLights
- रायबरेली पर राहुल गांधी का मुकाबला भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से
- गांधी परिवार का गढ़ रही सीट, 20 साल सांसद रहीं सोनिया गांधी
- राहुल गांधी के लिए आसान नहीं मुकाबला, जानिए कितनी बड़ी है चुनौती
इलेक्शन डेस्क, इंदौर (Raebareli Lok Sabha Chunav)। कांग्रेस ने सस्पेंस खत्म करते हुए उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल रायबरेली लोकसभा सीट से राहुल गांधी को उम्मीदवार घोषित किया है। अब यहां राहुल का मुकाबला भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से है।
राहुल गांधी वायनाड से भी खड़े हुए हैं, जहां 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान हो चुका है। कांग्रेस का मानना है कि राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने का असर यूपी की सभी सीटों पर पड़ेगा।
Raebareli Lok Sabha Election 2024: Rahul Gandhi vs Dinesh Pratap Singh
- भाजपा ने रायबरेली सीट से जिन दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है, वो पूर्व में कांग्रेस एमएलसी रह चुके हैं। दिनेश प्रताप ने 2018 में कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा का दामन थामा था। वे 2010, 2016 और 2022 में तीन बार राज्य विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं।
'मैंने चार बार की सांसद सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा है, इसलिए प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी मेरे लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं। रायबरेली में मेरे लिए कोई चुनौती नहीं है, मैं राहुल गांधी को आसानी से हराऊंगा। - दिनेश प्रताप सिंह, (रायबरेली से भाजपा प्रत्याशी)
भाजपा का दावा- रायबरेली में दोहराएंगे अमेठी, सोनिया भी हार जातीं
भाजपा का दावा है कि वे रायबरेली में भी अमेठी दोहराने जा रहे हैं। अमेठी में राहुल गांधी की जीत का अंतर 2014 में बहुत हम हुआ और 2019 में वे हार ही गए।
सोनिया गांधी के साथ कुछ ऐसा ही रायबरेली में भी हो रहा था। 2014 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी की जीत का अंतर करीब 3.5 लाख वोटों का था। 2019 के चुनावों में भाजपा ने दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया था और सोनिया की जीत का अंतर लगभग आधा होकर सिर्फ 1.67 लाख वोटों पर आ गया था।
Raebareli Lok Sabha Seat History in Hindi
- रायबरेली लोकसभा सीट गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है।
- सबसे पहले 1952 (और फिर 1958 में भी) में फिरोज गांधी ने चुनाव लड़ा और जीते।
- फिरोज गांधी के निधन के बाद 1967 में इंदिरा गांधी ने यहां से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की।
- 2004 में इंदिरा गांधी की बहू सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ा और पांच बार सांसद चुनी गईं।
- अब सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी इस विरासत को संभालने जा रहे हैं।
- यहां आखिरी बार भाजपा ने 1998 में जीत दर्ज की थी, तब अशोक सिंह प्रत्याशी बनाए गए थे।