Kisan Tractor Rally : गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकालने की आड़ में राजधानी में हिसा व अराजकता फैलाने में शामिल 70 ट्रैक्टर मालिकों को क्राइम ब्रांच की एसआइटी (विशेष जांच टीम) ने पूछताछ में शामिल होने के लिए शनिवार को नोटिस भेजा है। ट्रैक्टरों के नंबरों के आधार पर इन मालिकों की पहचान की गई है। इसके अलावा उपद्रव में शामिल बाइक व कारों की भी पहचान उनके नंबरों के आधार पर एसआइटी कर रही है। उपद्रव में शामिल सभी वाहन केस प्रापर्टी के तौर पर जब्त किए जाएंगे। केस की सुनवाई होने तक उक्त वाहन पुलिस के कब्जे में रहेंगे। उधर, उपद्रव के मामले में अब तक दिल्ली पुलिस 38 केस दर्ज कर चुकी है, 84 उपद्रवियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। ये उपद्रवी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व पंजाब के रहने वाले हैं।पुलिस सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश, हरियाणा व पंजाब के रहने वाले इन ट्रैक्टरों के मालिकों को नोटिस भेजा गया है। उन्हें सुविधा के अनुसार क्राइम ब्रांच के अलग-अलग कार्यालयों में जल्द पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा गया है। गुरुवार को क्राइम ब्रांच की एसआइटी ने भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत नौ किसान नेताओं को नोटिस भेजकर शनिवार को पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के कार्यालयों में हाजिर होने को कहा था, लेकिन कोई भी नेता हाजिर नहीं हुआ। एसआइटी ने शनिवार को इन्हें दोबारा नोटिस भेजकर सोमवार को पूछताछ में शामिल होने को कहा है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर सभी धरनास्थलों के आसपास अनिश्चितकाल के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं हैं। पिछली घटनाओं से सबक लेते हुए पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने सभी सीमाओं पर सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त कर दिए हैं। नई दिल्ली जिले को सबसे अधिक अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि दिल्ली में अब भविष्य में कभी पुलिस टैक्टर रैली की इजाजत नहीं देगी। एक भी ट्रैक्टर को दिल्ली में घुसने नहीं दिया जाएगा। पिछली घटना से सबक लेते हुए एडवाइजरी जारी कर दी गई है।