पूर्वी लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच तनाव गहरा गया है। चीनी सैनिकों द्वारा धोखे से भारतीय जवानों पर हमला किए जाने और इसमें 20 जवानों के शहीद होने के बाद देश का गुस्सा चरम पर है। चीन की इस करतूत के बाद देश में चीनी उत्पादों के बहिष्कार करने की आवाज उठने लगी है। इस बीच चीनी ऐप को भी अपने मोबाइल से हटाने की मुहिम तेज हो गई है। इस बीच सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा बड़ा कदम उठाते हुए चीनी ऐप पर रोक लगाने की खबर वायरल हो रही है। एसटीएफ आईजी अमिताभ यश के आदेश से ऐप बैन किया जाना कहा जा रहा है जिसमें मोबाइल से चाइनीज ऐप को हटाने का कहा गया है। बता दें कि मोबाइल में टिकटॉक (TikTok), यूसी ब्राउजर (UC Browser), जूम (Zoom), हैलो (Helo) जैसे ऐप्स को डिलीट किया जाएगा।
वायरल मैसेज में कहा जा रहा है कि यूपी एसटीएफ के जवानों के मोबाइल से आईजी अमिताश यश ने 52 चीनी ऐप हटाने के आदेश जारी किए हैं। इस प्रक्रिया तत्काल अपनाने को कहा गया है। इसके पीछे वजह बताते हुए कहा गया है कि इन एप्लीकेशन से व्यक्तिगत और अन्य डेटा चोरी होने की आशंका बनी रहती है।
हालांकि प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो द्वारा वायरल हो रहे इस मैसेज की सत्यता को नकारते हुए इसे फेक मैसेज बताया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल एक संदेश में एसटीएफ द्वारा कुछ ऐप का प्रयोग नहीं किए जाने का दावा किया जा रहा है#PIBFactCheck: खबर झूठ है, एसटीएफ द्वारा ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है pic.twitter.com/ittgwiAjYb
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) June 19, 2020
चीनी उत्पादों के बहिष्कार की अपील
सीमा पर विवाद बढ़ने के साथ ही चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मांग भी उठने लगी है। एक तरफ चीन जहां भारत के जरिये सालाना चार लाख करोड़ से ज्यादा की कमाई कर रहा है, वहीं दूसरी ओर हमेशा वह भारत को नुकसान पहुंचाने की हरकतों को अंजाम देता रहा है। इस बार भी गलवान घाटी में चीन ने ऐसी ही करतूत दोहराई है।
इसके बाद देश में चीनी सामानों के बहिष्कार की मुहिम तेज हो गई है। आम जनता के साथ ही व्यापारी वर्ग भी चीनी उत्पादों के आयात में कमी लाने और कुछ वक्त में इसे पूरी तरह से बंद करने की रणनीति बना रहा है।