तिरुपति। देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को थामने के लिए किए गए लॉकडाउन के बाद तिरुपति बालाजी मंदिर को भी श्रध्दालुओं के लिए बंद कर दिया गया था। अब लॉकडाउन में रियायत मिलने के बाद मंदिर प्रबंधन समिति ने इसे श्रद्धालुओं के लिए खोलने का फैसला किया है। तिरुमला पहाड़ी पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर का यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए 11 जून से खोल दिया जाएगा, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए हर रोज श्रद्धालुओं की संख्या सीमित रखी जाएगी। कोरोना वायरस महामारी की वजह से 80 दिनों से ज्यादा समय तक यहां मंदिर दर्शन बंद रखा गया।
6 हजार श्रध्दालुओं को मिलेगी अनुमति
प्राचीन तीर्थस्थल की देखरेख करने वाले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम ने शुक्रवार को बताया कि फिलहाल रोजाना सिर्फ 6 हजार श्रद्धालुओं को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी और कोरोना के मद्देनजर सतर्कता का पालन किया जाएगा। दर्शन के दौरान एक दूसरे से 6 फीट की दूरी का पालन और मास्क पहनने का कड़ाई से पालन किया जाएगा।
तिरुमला में टीटीडी के चेयरमैन वाईवी सुब्बा रेड्डी, कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल और अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी एवी धर्मा रेड्डी ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 20 मार्च से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लागू हुआ प्रतिबंध 11 जून से हटा लिया जाएगा। रोजाना 13 घंटे के लिए हर घंटे 500 से कम श्रद्धालुओं को अनुमति दी जाएगी। 10 साल के कम उम्र के बच्चे और 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को तीर्थस्थल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने से पहले टीटीडी सदस्य उनकी ट्रैवल हिस्ट्री देखेंगे और कोविड-19 की जांच भी करेंगे। बुखार जैसे लक्षण पाए जाने पर तत्काल ही क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा। रोजाना 300 रुपये का दर्शन टिकट 8 जून से ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा। शेष 3000 का कोटा मुफ्त दर्शन के लिए होगा जिसके लिए श्रद्धालुओं को समय आवंटित कराने के लिए खुद को रजिस्टर कराना होगा।